B''Day: मैकडॉनल्ड्स में भी काम कर चुकी हैं स्मृति, राजनीतिक सफर पर एक नजर

punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2017 - 03:36 PM (IST)

नई दिल्लीः स्मृति ईरानी भारतीय टेलीविजन का जाना पहचाना चेहरा है। हालांकि स्मृति ईरानी का यह असली नाम है इसकी जानकारी लोगों को काफी समय बाद हुई क्योंकि  'तुलसी' के किरदार में लोग उन्हें बाखूबी जानते थे। वे जहां भी जाती थी लोग उन्हें तुलसी ही बुलाते थे। धारावाहिक 'क्यूंकि सास भी कभी बहू थी' से स्मृति इतनी फेमस हुई थी लोग इस सीरियल को एक साथ परिवार के साथ देखते थे। 23 मार्च 1976 को जन्मी स्मृति वर्तमान कैबिनेट में कपड़ा मंत्री हैं लेकिन उनका यहां तक का सफर आसान नहीं था। उन्हें अपने जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ा। स्मृति पूर्व में वे मानव संसाधन विकास मंत्री भी रह चुकी हैं। स्मृति आज अफना 41वां जन्मदिन मना रही हैं।

ऐसे पहुंची सीरियल में
स्मृति जुबिन ईरानी का जन्म दिल्ली में हुआ और उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में ही शिक्षा ग्रहण की। वे सौंदर्य प्रसाधनों के प्रचार से लेकर मिस इंडिया प्रतियोगिता की प्रतिभागी भी बनीं। मॉडलिंग में प्रवेश करने से पहले, वह मैकडॉनल्ड्स में भी कार्य कर चुकी हैं। बाद में वे मुंबई गईं, जहां उन्होंने टेलीविजन धारावाहिक 'क्यूंकि सास भी कभी बहू थी' में लीड रोल निभाया और काफी चर्चित हुईं। रूढ़ीवादी पंजाबी-बंगाली परिवार की तीन बेटियों में से एक स्मृति ने सारी बंदिशें तोड़कर ग्लैमर जगत में कदम रखा। उन्होंने 1998 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, लेकिन फाइनल तक मुकाम नहीं बना पाईं। इसके बाद स्मृति ने मुंबई जाकर अभिनय के जरिए अपनी किस्मत बनाई। स्मृति ज़ुबिन ईरानी ने वर्ष 1998 में फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची, किन्तु विजेता नहीं बन पाई। उन्होंने वर्ष 2000 में टेलीविजन सीरियल 'हम है कल आज कल और कल' के साथ अपने करियर की शुरुआत की।

राजनीतिक सफर
स्मृति ने वर्ष 2003 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और दिल्ली के चांदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। हालांकि वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से हार गईं।

भाजपा महिला मोर्चा की कमान संभाली
वर्ष 2011 में वे गुजरात से राज्यसभा की सांसद चुनी गई। इसी वर्ष इनको हिमाचल प्रदेश में महिला मोर्चे की भी कमान सौंप दी गई। भारतीय आम चुनाव, 2014 में स्मृति ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास के खिलाफ अमेठी संसदीय सीट से चुनाव लड़ा और उन्हें कड़ी चुनौती दी।
यद्यपि वे यह भी चुनाव हार गईं, लेकिन राज्यसभा की सदस्य होने के नाते उन्हें भारत सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया।

अच्छी वक्ता भी हैं स्मृति
साल 2001 में स्मृति की शादी जुबिन ईरानी पारसी से हुई। स्मृति न सिर्फ एक स्टार प्रचारक हैं, बल्कि अच्छी वक्ता भी हैं। युवाओं और महिलाओं में खासी लोकप्रिय भी हैं। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में रोहित वेमुला सुसाइड और जेएनयू में देशद्रोही नारेबाजी मामले पर विपक्ष का आक्रामक जवाब दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके पूरे भाषण को सत्यमेव जयते लिखकर ट्वीट किया।


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