20 ‘आप’ विधायकों की सदस्यता रद्द कराने वाले वकील को खतरा, मांगी सुरक्षा
punjabkesari.in Monday, Jan 22, 2018 - 01:09 AM (IST)
नई दिल्लीः लाभ के पद मामले में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द कराने वाले वकील प्रशांत पटेल की जान को खतरा है। उन्होंने गृहमंत्रालय और दिल्ली पुलिस को ट्वीट कर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
प्रशांत पटेल ने पहले भी की थी शिकायत
दिल्ली हाईकोर्ट के वकील ने आशंका जताई कि इसके चलते पार्टी कार्यकर्ता उन्हें निशाना बना सकते हैं। हालांकि, इससे पहले भी प्रशांत सोशल मीडिया के जरिए अपने खिलाफ साजिश रचे जाने की बात कह चुके हैं। उन्होंने कहा कि, जबसे उन्होंने विधायकों के खिलाफ याचिका दाखिल की है। तबसे आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता उन्हें तरह-तरह से निशाना बनाने की कोशिश करते रहे हैं।
I request @DelhiPolice & @HMOIndia to provide me security urgent.
— Prashant P. Umrao (@ippatel) January 21, 2018
भाजपा ने विधायक ने ट्वीट कर दिया समर्थन
वहीं, प्रशांत के ट्वीट करते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी सुरक्षा की मांग शुरू कर दी। इस पर भाजपा विधायक मनजिंदर एस सिरसा ने भी रिट्वीट कर सुरक्षा देने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से अपील की। बता दें कि रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आप के 20 विधायकों अयोग्य घोषित कर दिया था।
This is urgent. We request @rajnathsingh Ji to act immediately. https://t.co/QoWZfFEKcx
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) January 21, 2018
सात मंत्रियों पर एक संसदीय सचिव होना चाहिए
नियमानुसार, दिल्ली सरकार में सात मंत्रियों के लिए एक संसदीय सचिव हो सकता है, लेकिन आम आदमी पार्टी ने 21 संसदीय सचिवों की नियुक्ति कर दी। संसदीय सचिव लाभ का पद होता है। जबकि नियमों के मुताबिक विधायक लाभ का पद नहीं ले सकते।
दिल्ली सरकार ने बिल पास कराने की कोशिश की
जब प्रशांत पटेल ने राष्ट्रपति को अर्जी देकर विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की तो दिल्ली सरकार ने आनन-फानन विधानसभा में बिल पास कराया, हालांकि इस बिल पर तत्कालीन उप राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किए। ढाई साल की सुनवाई के बाद शुक्रवार(19 जनवरी) को चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के सभी 21 विधायकों को अयोग्य करार दे दिया।