राष्ट्रपति चुनाव: सोनिया गांधी के लंच बुलावे पर पहुंचे कई नेता, नीतीश ने बनाई दूरी
punjabkesari.in Friday, May 26, 2017 - 03:07 PM (IST)
नई दिल्ली: विपक्ष ने राजग सरकार के तीन साल पूरा होने के अवसर पर एकजुटता दिखाने का प्रयास किया तथा कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा दिए गए दोपहर भोज में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजद प्रमुख लालू प्रसाद एवं बसपा प्रमुख मायावती सहित 17 विभिन्न गैर राजग दलों के नेताओं ने भाग लिया। सोनिया द्वारा संसद भवन पुस्तकालय में दिए गए दोपहर भोज में ममता, मायावती, लालू प्रसाद के साथ साथ वाम नेता सीताराम येचुरी, सुधाकर रेड्डी एवं डी राजा, जदयू नेता शरद यादव एवं केसी त्यागी ने भाग लिया। कुछ छोटे क्षेत्रीय दलों के अलावा नेशनल कांफ्रैंस के उमर अब्दुल्ला ने भी इस आयोजन में भाग लिया। हालांकि नीतीश कुमार ने इसमें शामिल होने नहीं पहुंचे।
Delhi: Rahul Gandhi in conversation with Ahmed Patel before opposition meeting called by Sonia Gandhi pic.twitter.com/SJpr2Qw5wU
— ANI (@ANI_news) May 26, 2017
एकजुटता दिखाने की योजना
विपक्ष ने इस लंच में विपक्ष की व्यापक एकजुटता दिखाने की योजना बनाई थी। इस दौरान राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक आम सहमति वाले उम्मीदवार को उतारने की संभावना के बारे में भी विचार-विमर्श होना था। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव से पहले गैर राजग दलों के बीच व्यापक एकता कायम करने का प्रयास कर रही है जिसे गुजरात, हिमाचल प्रदेश एवं कर्नाटक जैसे राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव एवं 2019 के लोकसभा चुनाव तक आगे बढ़ाया जा सके।
Delhi: Former Prime Minister Manmohan Singh and Congress President Sonia Gandhi arrives for opposition meeting pic.twitter.com/WF8P6GHWge
— ANI (@ANI_news) May 26, 2017
इन नामों पर कांग्रेस कर रही विचार
कांग्रेस द्वारा राष्ट्रपति चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दलों समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी को एकसाथ लाने के प्रयास भी आज सफल हो गए। राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के आम सहमति वाले उम्मीदवार के रूप में कई नामों पर चर्चा चल रही है। इनमें पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल एवं महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी, जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार एवं राकांपा प्रमुख शरद पवार शाामिल हैं। पवार ने इस दौड़ से स्वयं को अलग रखने की पहले ही घोषणा कर दी थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को ही दूसरा कार्यकाल दिए जाने का सुझाव दिया था।
Meeting called by Sonia Gandhi of opposition leaders underway in Parliament pic.twitter.com/elvEPYrFeG
— ANI (@ANI_news) May 26, 2017