आतंकी हमलों के बाद अलर्ट हुई सरकार, खरीदी जाएंगी साढ़े सात लाख असाल्ट रायफलें

punjabkesari.in Tuesday, Feb 13, 2018 - 07:08 PM (IST)

नई दिल्ली: सरकार ने तीनों सेनाओं को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने की मुहिम के तहत इनके लिए 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत से सात लाख 40 हजार असाल्ट रायफलें खरीदने को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की बैठक में लगभग 15 हजार 935 करोड रुपए के सौदों को मंजूरी दी गई।

नौसेना के लिए खरीदी जाएगी तॉरपीड़ो प्रणाली
इन सौदों में 12 हजार 280 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से तीनों सेनाओं के लिए सात लाख 40 हजार अत्याधुनिक असाल्ट रायफलें , सेना और वायु सेना के लिए 982 करोड रुपए की 5 हजार 719 स्नाइपर रायफलें , 1819 करोड रुपए से तीनों सेनाओं के लिए हल्की मशीन गन और 850 करोड़ रुपए की लागत से नौसेना के लिए अत्याधुनिक तॉरपीड़ो प्रणाली खरीदी जाएंगी। डीएसी ने पिछली बैठक में भी सेना के अग्रिम मोर्चे पर तैनात जवानों के लिए रायफलों , कारबाइन और हल्की मशीन गन की खरीद को मंजूरी दी थी।

तीनों सेनाओं को किया जाएगा असाल्ट रायफलों से लैस
रक्षा सूत्रों के अनुसार असाल्ट रायफलों से तीनों सेनाओं के जवानों को लैस किया जाएगा और ये रायफलें ‘बॉय एंड मेक इंडियन’श्रेणी के तहत आयुद्ध फैक्ट्रियों तथा निजी क्षेत्र से खरीदी जाएंगी। सरकार के इस निर्णय को जहां सेनाओं को अत्याधुनिक हथियार थमाकर मजबूत बनाने की दिशा में बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है वहीं इससे सरकार की रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया और निजी क्षेत्र की भागीदारी बढाने की योजना को भी बल मिलेगा।

सरकार ने तीनों सेनाओं के लिए असाल्ट रायफलों के साथ -साथ फास्ट ट्रैक प्रक्रिया से जरूरत के अनुसार अत्याधुनिक हल्की मशीन गन खरीदने की भी मंजूरी दी है। ये मशीन गन खास तौर पर सीमाओं पर तैनात सैनिकों को दी जाएंगी। इसे सेनाओं की तात्कालिक जरूरतें तो पूरी होंगी ही विभिन्न तरह के अभियान चलाने संबंधी उनकी जरूरतों को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।

बॉय एंड मेक इंडियन श्रेणी के तहत खरीदी जाएंगी मशीन गन
सरकार बाकी मशीन गन की खरीद‘बॉय एंड मेक इंडियन’श्रेणी के तहत खरीदे जाने के प्रस्ताव पर भी विचार कर रही है। वायु सेना और सेना के जवानों को अचूक हथियार मुहैया कराने के लिए 5 हजार 719 स्नाइपर रायफलें खरीदी जायेंगी। यह खरीद ‘बॉय ग्लोबल‘ श्रेणी के तहत की जाएगी लेकिन इन हथियारों के लिए गोले शुरू में खरीदे जाएंगे तथा बाद में इन्हें देश में ही बनाया जाएगा।

नौसेना के लिए तॉरपीड़ो डिकॉय सिस्टम की खरीद  को मिली मंजूरी
नौसेना के युद्धपोतों की पनडुब्बी रोधी क्षमता बढाने के लिए एडवांस तॉरपीड़ो डिकॉय सिस्टम ‘मारीछ’ की खरीद को मंजूरी दी गई है। मारीछ प्रणाली रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने देश में ही विकसित की है। इस प्रणाली का गहन परीक्षण और जांच की गई है जो पूरी तरह सफल रही है। यह प्रणाली भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा बनाई जाएगी।

आतंकवादियों द्वारा सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार के इस निर्णय को सैन्यकर्मियों को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने की दिशा में बडे कदम के रूप में देखा जा रहा है जिससे कि सैन्यकर्मी इन हमलों को विफल कर सकें तथा इनका मुंहतोड़ जवाब दे सकें।  


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