अमेरिका में बोले राहुल -अहिष्णुता और बेरोजगारी से जूझ रहा भारत

punjabkesari.in Tuesday, Sep 19, 2017 - 02:11 PM (IST)

वॉशिंगटन: अमेरिकी दौरे पर गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि असहिष्णुता और बेरोजगारी प्रमुख मसले हैं, जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास के लिए गंभीर चुनौती पेश कर रहे हैं। राहुल गांधी इस समय दो सप्ताह के लिए अमेरिका में हैं जहां उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रति झुकाव रखने वाले थिंक टैंक सेन्टर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस (सीएपी) की ओर से आयोजित यहां भारतीय/दक्षिण एशियाई विशेषज्ञों के गोलमेज सम्मेलन में हिस्सा लिया। उन्होंने इस दौरान कई बैठकें भी की।

सरकार की असमर्थता पर जताई चिंता 
इस बैठक में सीएपी प्रमुख नीरा टंडन, भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड वर्मा और हिलेरी क्लिंटन के शीर्ष कैंपेन सलाहकार जॉन पोडेस्टा भी शामिल थे। व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की दक्षिण एशिया संभाग की प्रमुख लीजा कुर्टिस ने सुबह के नाश्ते के दौरान राहुल के साथ चर्चा की। इस दौरान ट्रंप प्रशासन के अधिकारी ने अमेरिका-भारत संबंधों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से हाल ही में घोषित अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया नीति पर राहुल के विचार पूछे। इस बैठक के दौरान राहुल ने भारत में रोजगार सृजन में सरकार की असमर्थता पर चिंता जताई, उनका मानना यह स्थिति देश को खतरे की ओर लेकर जा रही है।

राहुल ने वाशिंगटन पोस्ट की संपादकीय टीम के साथ ऑफ दि रिकार्ड बातचीत की, जहां उन्होंने दुनिया भर, और खास तौर से भारत में बढ़ रही असहिष्णुता पर चिंता जताई। शाम को राहुल ने बंद कमरे में हुई एक बैठक में हिस्सा लिया, जिसका आयोजन रिपब्लिकन रणनीतिकार पुनीत अहलूवालिया और अमेरिकन फॉरेन पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने संयुक्त रूप से किया था। 
 


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