महिला सशक्तीकरण से लेकर विज्ञान तक पढ़ें मोदी के मन की खास बातें

punjabkesari.in Sunday, Feb 25, 2018 - 04:09 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुरक्षा के लिए सतर्क रहने और नियमों के पालन को जरूरी बताते हुए आज कहा कि इनके अनुपालन से हम न सिर्फ खुद के जीवन को सुरक्षित रख सकते हैं बल्कि समाज को भी बड़ी दुर्घटनाओं से बचा सकते हैं। मोदी ने रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 41वें संस्करण में कहा कि चार मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाएगा। दैनिक जीवन में सुरक्षा को लेकर सतर्कता आवश्यक है। इससे न सिर्फ प्राकृतिक आपदाओं के समय जीवन को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी बल्कि दुर्घटनाओं से भी बचा जा सकता है।

दैनिक जीवन में सुरक्षा को लेकर अगर हम जागरूक नहीं होते हैं तो फिर आपदा के दौरान इसे पाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा सड़कों पर सुरक्षित सफर के लिए सतर्कता हटी-दुर्घटना घटी, एक भूल करे नुकसान, छीने खुशियाँ और मुस्कान, इतनी जल्दी न दुनिया छोड़ो, सुरक्षा से अब नाता जोड़ो, सुरक्षा से न करो कोई मस्ती, वर्ना जिदंगी होगी सस्ती जैसे कई उपयोगी वाक्य लिखे होते हैं।

महिला सशक्तीकरण के लिए आत्मनिर्भरता जरूरी
महिला सशक्तीकरण के लिए उनकी आत्मनिर्भरता पर जोर देते आज कहा कि सशक्त, सबल और देश के समग्र विकास में बराबर की भागीदार ‘नारी’ ही न्यू इंडिया का सपना है। नारी शक्ति ने अपने कार्यों से आत्मबल और आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया है। उन्होंने स्वयं को आत्मनिर्भर बनाया है और खुद को आगे बढ़ाते हुए देश और समाज को भी आगे बढ़ाने और एक नए मुकाम पर ले जाने का काम किया है। उन्होंने कहा,‘’हम उस परंपरा का हिस्सा है, जहां पुरुषों की पहचान नारियों से होती थी। यशोदा-नंदन, कौशल्या-नंदन, गांधारी-पुत्र, यही पहचान होती थी किसी बेटे की।

-मुंबई के नजदीक बसे पर्यटन महत्व के एलीफेंटा द्वीप के तीन गांवों में हाल में पहली बार बिजली पहुंची और इसको लेकर गांव के लोग खुशियों से झूम रहे हैं और उत्सव मनाया जा रहा है।
 

-कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल आम लोगों के हितों में करने आह्वान करते हुए आज कहा कि विज्ञान का उपयोग मानव-मात्र कल्याण और मानव जीवन की सर्वोच्च ऊंचाइयों को छूने के लिए होना चाहिए।


28 फरवरी को होने वाले राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की बधाई देते हुए मोदी ने थामस एडीसन अल्वा, महर्षि अरबिन्दो, भारत-रत्न सर सी.वी. रमन, महान गणितज्ञ बोधायन, भास्कर, ब्रह्मगुप्त और आर्यभट्ट का उल्लेख किया।


-होली पर सभी बुराइयों को अग्नि में जलाकर नष्ट करने का दिन बताते हुए आज कहा कि होली का पर्व सारे मन-मुटाव भूल कर एक साथ मिल बैठने और एक-दूसरे के सुख-आनंद में सहभागी बनने का शुभ अवसर है।

-मार्च का महीना लहलहाती फसलों से सजे खेत, अठखेलियां करती गेहूं की सुनहरी बालियां और मन को पुलकित करने वाली आम के मंजर की शोभा। यही तो इस महीने की विशेषता है।

-यह महीना होली के त्योहार के लिए भी हम सभी का अत्यंत प्रिय महीना है। दो मार्च को पूरा देश होली का उत्सव हर्षोल्लास से मनाएगा। होली में जितना महत्व रंगों का है उतना ही महत्व ‘होलिका दहन’ का भी है क्योंकि यह दिन बुराइयों को अग्नि में जलाकर नष्ट करने का दिन है।


-होली सारे मन-मुटाव भूल कर एक साथ मिल बैठने, एक-दूसरे के सुख-आनंद में सहभागी बनने का शुभ अवसर है

-‘कचरे से कनक’ बनाने और ‘कूड़े से ऊर्जा’ सृजित करने पर बल देते हुए कहा कि ‘गोबर धन योजना’ के सुचारू व्यवस्था के लिए एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफार्म बनाया जाएगा जो किसानों को खरीदारों से जोड़ेगा और इससे किसानों को गोबर तथा फसल अवशेषों का उचित दाम मिलेगा।


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