मोदी ने चंद्रबाबू नायडू को फोन करके राजग छोड़ने से रोका

punjabkesari.in Sunday, Mar 11, 2018 - 08:17 AM (IST)

नेशनल डेस्कः आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू अपने 2 केन्द्रीय मंत्रियों की तरफ से दिए गए इस्तीफे के बाद राजग को छोडऩे के लिए तैयार थे, पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको फोन करके फिलहाल राजग को छोडऩे से रोक दिया। मोदी का फोन आने के बाद नायडू ने राजग को छोडऩे का इरादा त्याग दिया। मोदी ने नायडू को फोन करके कहा कि वह त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हों लेकिन नायडू ने इस संबंधी अपनी असमर्थता प्रकट की। तब मोदी ने उनसे निवेदन किया कि वह अपने मंत्रियों के इस्तीफे संबंधी फैसले पर एक बार फिर विचार करें। नायडू ने इस पर प्रधानमंत्री को कहा, ‘‘मैंने 4 साल तक शांति रखी और उम्मीद जताई कि आंध्र प्रदेश के पुनर्गठन एक्ट मुताबिक किए वायदों की पूर्ति हो जाएगी, पर कोई भी वायदा पूरा नहीं हुआ। अब मैं इस्तीफों संबंधी अपना फैसला वापस नहीं ले सकता।’’

उन्होंने मोदी को कहा कि अगर वह राज्य के लिए कुछ करना चाहते हैं तो उनके पास अभी भी मौका है। मोदी ने उनको भरोसा दिया कि वह इस संबंधी कुछ न कुछ करेंगे। इसके बाद नायडू ने 2 मंत्रियों के इस्तीफे तक ही सीमित रहने का फैसला किया। उन्होंने अपनी तेलगू देशम पार्टी के सारे संसद सदस्यों व सरकार से इस्तीफा दे चुके मंत्रियों से कहा कि वे भाजपा के विरुद्ध कोई भी शब्द न बोलें। तेलगू देशम पार्टी के दोनों सदस्यों ने अपने इस्तीफे देने के बाद मीडिया के सामने नपी-तुली भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने इस्तीफों को हालात मुताबिक तलाक बताया। इसके बाद उन्होंने कोई भी बात नहीं की।

असल में प्रधानमंत्री को कोई सियासी फैसला लेकर नायडू को कुछ राहत देनी पड़ेगी। पता लगा है कि मोदी व अमित शाह ने बुधवार रात आंध्र में घटित हुई सियासी घटनाओं संबंधी विचार-विमर्श किया। शाह एक सख्त विचारों वाले नेता हैं व नहीं चाहते कि भाजपा अपने आसपास क्षेत्रीय पार्टियों का झुरमुट बनाए रखे। आंध्र प्रदेश की स्थानीय भाजपा इकाई भी नायडू के विरुद्ध है व वह शुरू से ही तेलगू देशम पार्टी के साथ संबंध न बनाने के पक्ष में थी।


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