भारत-पाक के बीच दुश्मनी से जम्मू कश्मीर सबसे ज्यादा पीडित : महबूबा मुफ्ती

punjabkesari.in Wednesday, Jul 19, 2017 - 03:48 PM (IST)

श्रीनगर: मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को नियंत्रण रेखा पर आवर्ती उकसावों पर निराशा व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से, जम्मू और कश्मीर के लोग इस शत्रुता का सबसे बुरी पीड़ित हैं क्योंकि उन्हें अपनी जिंदगी और संपत्तियों के लिए खतरे में रहना होगा। उन्होंने कहा कि जीवन का नुकसान और सामान के विनाश को रोकने व सीमाओं पर शांति सुनिश्चित करने का एकमात्र तरीका है 2003 की संघर्श विराम की भावना को पुनर्जीवित करना जिससे कठुआ से कारगिल तक सीमाओं पर लोगों के जीवन में शांति और समृद्धि की नई आशा आ गई थी।


महबूबा ने उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और दोस्ती से दोनों राष्ट्रों के बीच दुराग्रह और टकराव से अंत में जीत होगी। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि नियंत्रण रेखा पार-व्यापार और यात्रा गतिविधियों के दायरे का विस्तार किया जाएगा ताकि लोगों और सामानों का अधिक आदान-प्रदान हो। व्यापार सुविधा केन्द्र (टीएफसी), सलामाबाद और कमान पोस्ट की यात्रा के बाद मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के बारे में दोनों देशों के लोगों के सबसे बड़े दुश्मन के रूप में वर्णित किया और दोनों देशों द्वारा संसाधनों का एकीकरण करने का सुझाव दिया।


उन्होंने कहा कि यह एक तथ्य है कि सीमाओं को दोबारा नहीं बनाया जा सकता है, लेकिन लोगों, छात्रों, कलाकारों और लोगों के अन्य समूहों के अक्सर आदान-प्रदान के साथ उन्हें निश्चित रूप से अप्रासंगिक बनाया जा सकता है।

 

परम्परागत मार्गों को खोलने की वकालत
नियत्रंण रेखा के साथ अधिक परंपरागत मार्गों के खोलने की वकालत करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इसके साथ दोनों पक्ष एक दूसरे के करीब आते हैं, एक-दूसरे की समस्याओं को बेहतर समझते हैं जो अंतत: तनाव और हिंसा को कम करने की ओर बढ़ेगा, जो अब लंबे समय से राज्य में त्रस्त है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि क्रॉस-एलओसी यात्रा और व्यापार को एक अलग सुविधा के रूप में संचालित नहीं किया गया था, बल्कि दो तरफा लोगों को करीब लाने के लिए और मैत्री का एक नया अध्याय षुरू करने के लिए किया गया था। उन्होंने आशा व्यक्त की कि क्रास-एलओसी व्यापार के दायरे का विस्तार किया जाएगा ताकि दो तरफ के लोग एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझ सकें।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने कमांड पोस्ट केयात्री आगमन, कस्टम क्लीयरेंस आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। वहां उन्हें अधिकारियों द्वारा कमांड पोस्ट पर यात्रियों के आगमन और दैनिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने सलामाबाद में पर्यटन सुविधा केंद्र की नींव रखी।
यह परियोजना अगले साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है और यह श्रीनगर-मुजफ्फराबाद रोड पर लक्जरी बोर्डिंग और लॉजिंग सुविधाओं को प्रदान करेगी।

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News