राष्ट्रपति पद की रेस में यह 5 नेता बन सकते हैं दावेदार

punjabkesari.in Wednesday, Mar 29, 2017 - 02:53 PM (IST)

नई दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई 2017 में समाप्त होगा। इसी के साथ नए राष्ट्रपति की तलाश भी तेज होती नजर आ रही है। भारत के इस सबसे बड़े संवैधानिक पद के लिए कई नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं।

अडवानी का नाम सबसे आगे
राष्ट्रपति पद की रेस में भाजपा के नेता लालकृष्ण आडवाणी सबसे आगे हैं। वे राष्ट्रपति पद की सभी योग्यताओं को पूर्ण करते हैं। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव के बाद से ही आडवाणी, पीएम मोदी के खिलाफ नजर आए हैं, जिससे ये माना जा सकता है कि संघ और पार्टी के नेता उन्हें राष्ट्रपति न बनाना चाहें। PunjabKesari

मोहन भागवत की छवी रही साफ-सुथरी
शिवसेना नेता संजय राउत ने राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत के नाम पर सुझाव दे चुके हैैं। आरएसएस प्रमुख होने के साथ-साथ भागवत की छवि भी काफी साफ-सुथरी हैैं। लेकिन इतिहास में कभी संघ के प्रमुख ने राजनीति में कोई बड़ा पद नही संभाला।PunjabKesari

सुषमा स्वराज ने किए कई सराहनीय काम 
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज देश की अगली राष्ट्रपति बनाई जा सकती हैं। उन्होंने बतौर विदेश मंत्री काफी सराहनीय काम किए हैं। उनके राष्ट्रपति न बनने की एक वजह यह हो सकती है कि सुषमा का झुकाव हमेशा से ही लालकृष्ण आडवाणी की ओर रहा है। मोदी के पीएम बनने के बाद भी वे आडवाणी का समर्थन करती रही हैं।PunjabKesari

अमर सिंह ने अमिताभ बच्चन का लिया था नाम
अप्रैल 2016 में अमर सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पीएम मोदी अमिताभ बच्चन को अगला राष्ट्रपति बना सकते हैं, तब उनके नाम पर अटकलें लगनी शुरू हो गई थी। पिछले महीनों के दौरान मीडिया में इससे जुड़ी खबरें भी आई थी। लेकिन अमिताभ बच्चन का विवादों से पुराना नाता रहा है। PunjabKesari

पीएम मोदी के बेहद नजदीकी है वेंकैया नायडू 
देश के नए राष्ट्रपति के तौर पर मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री वेंकैया नायडू का नाम भी शामिल हैं। भाजपा में अटल-आडवाणी के बाद मोदी के बेहद नजदीकी बने जिसके लिए माना जा रहा है कि इस पद के लिए उनके नाम को आगे किया जा सकता है।  मोदी की हां में हां मिलाने वाले वेंकैया नायडू को अगर राष्ट्रपति नहीं बनाया जाता तो उसका मुख्य कारण इस रेस में जुड़े अन्य बड़े नाम होंगे। PunjabKesari


 


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