पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा- खतरे में है अमेरिका का लोकतंत्र

punjabkesari.in Sunday, Mar 11, 2018 - 08:37 PM (IST)

नेशनल डेस्कः अमेरिका की पूर्व राष्ट्रपति उम्मीदवार रहीं हिलेरी क्लिंटन ने राष्ट्रपति चुनाव को फर्स्ट रियलिटी टीवी इलेक्शन करार दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में रूस का हस्तक्षेप अप्रत्याशित और खतरनाक है। हिलेरी ने कहा, ट्रंप राष्ट्रपति के रूप में स्वीकार करने लायक नहीं है।

अमेरिका में हो रहा समाज का बंटवारा
हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप ने दिखा दिया कि लोकतंत्र हर जगह खतरे में हैं। चुनाव में रूसी हस्तक्षेप से न केवल मुझे और मेरी चुनाव की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा, बल्कि समाज का भी बंटवारा कर दिया है। क्लिंटन ने कहा कि वह जितने भी नेताओं से मिली हैं, उनमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उन्हें नारी के प्रति सम्मान रखने वाले नहीं लगे।

अमेरिका में ट्रंप के प्रति लोगों में है नाराजगी
पूर्व विदेश मंत्र्री ने कहा कि अमेरिका में हर तरफ अविश्वास फैला हुआ है। प्रेस, न्यायपालिका, संसद और राजनीति अविश्वास की चपेट में हैं। जबकि इन्हीं पर लोकतंत्र खड़ा होता है, लोग लोकतंत्र बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वे साथ आकर लोकतंत्र को बचाने के लिए खड़े हो रहे हैं। अमेरिका के लोगों को और प्रयास की जरूरत है। ट्रंप की भाषा शैली के चलते विदेशी मूल के लोगों में ट्रंप के प्रति नाराजगी बढ़ी है। अमेरिका में ट्रंप के नेतृत्व पर उन्होंने कहा, ट्रंप राष्ट्रपति के रूप में स्वीकार करने के लायक नहीं है। ट्रंप राष्ट्रपति कार्यालय को एक टीवी रियलिटी अभियान की तरह चला रहे हैं। जिसमें व्यक्ति लगातार गलत बातें करता रहता है और पीछे हटता रहता है।

क्लिंटन ने पाकिस्तान पर कड़ा रुख दिखाते हुए कहा कि वह आतंकियों को शरण देता है। जबकि अफगानिस्तान में हमें लगातार झटके लग रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाहें मिली हुई हैं। इसलिए अफगानिस्तान में किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाना संभव नहीं हो रहा।

पर्यावरण मुद्दे पर भी बोलीं हिलेरी
पर्यावरण को लेकर हुए पेरिस समझौते से अमेरिका के पीछे हटने पर बोलते हुए हिलेरी ने कहा कि अमेरिका ऐसा करने वाला पहला देश है और ट्रंप के इस फैसले से वह शर्मिदा हैं। उन्होंने इस समझौते को लेकर भारत की भूमिका की सराहना की और समझौते के लिए अन्य देशों को तैयार करने के लिए भारतीय नेताओं का आभार जताया।


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