पूर्व आर्मी चीफ का बड़ा खुलासा, 'सियाचिन' पाक को सौंपना चाहती थी कांग्रेस सरकार

punjabkesari.in Sunday, Sep 24, 2017 - 12:32 AM (IST)

नई दिल्ली: सेना के पूर्व आर्मी चीफ ने सियाचिन को लेकर सनसनीखेज खुलासा करते हुए कांग्रेस की यूपीए सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। जनरल जेजे सिंह ने कहा, यूपीए सरकार सियाचिन ग्लेशियर को पाकिस्तान को सौंपना चाहती थी। अपने बयान में जनरल सिंह ने सीधे-सीधे तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए सेना को भरोसे में लिए बगैर सियाचिन पाकिस्तान को सौंपने की बात कही।

जनरल जेजे सिंह की मानें तो साल 2006 में तत्कालीन केंद्र सरकार इस मामले पर सेना और खुफिया एजेंसियों को विश्वास में लिए बगैर पाकिस्तान से बात कर रही थी। पूर्व आर्मी चीफ का खुलासा इसलिए भी अहम हो जाता है,क्योंकि पूर्व विदेश सचिव ने भी माना है कि दोनों मुल्क आपसी सहमति से सियाचिन से सेना हटाने के प्रस्ताव पर साल 2006 में काम कर रहे थे।

जनरल सिंह ने कहा, ''तत्कालीन सरकार पर सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं, क्योंकि सियाचिन की दुर्गम चोटियों पर जान गंवाने के बाद भी सेना ने कभी भी सरकार से पीछे हटने की बात नहीं कही। ऐसे में सरकार का इस प्रस्ताव पर काम करना सबको हैरान करने वाला था। सियाचिन में भारत से ज्यादा परेशानी पाकिस्तान को पेश आ रही है, क्योंकि हाई-ऑल्टिट्यूड वारफेयर में भारतीय सैनिकों की तैयारी पड़ोसी मुल्क से काफी बेहतर है।''

जनरल सिंह ने यह भी कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस प्रस्ताव पर आगे बढ़ने से पहले उनसे बातचीत की जहमत भी नहीं उठाई। इस दौरान पूर्व आर्मी चीफ ने कहा कि कांग्रेस ने उन सैनिकों की शहादत का अपमान करने की कोशिश की है, जिन्होंने सियाचिन की बर्फीली चटियों की हिफाजत करने के दौरान अपनी जान गंवाई।

साथ ही उन्होंने कहा, ''देश की एक-एक इंच सीमा को सुरक्षित रखने में जवान अपनी जान गंवाते हैं। मगर अफसोस है कि कांग्रेस सरकार ये भूल गई और सियाचिन के रुप में भारत की जमीन का एक बड़ा टुकड़ा पाकिस्तान को तोहफे में देने के लिए तैयार हो गई।''

जनरल जेजे सिंह ने ये भी कहा कि अगर कांग्रेस सरकार को ऐसा लग रहा था कि यहां से सेना हटाने से दोनों मुल्कों के बीच अमन-चैन बहाल हो जाएगा तो इससे मूर्खतापूर्ण बात हो ही नहीं सकती।
 


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