PAK को भारत का मुंहतोड़ जवाबः BSF ने 9 हजार मोर्टार दाग तबाह की कई चौकियां

punjabkesari.in Tuesday, Jan 23, 2018 - 11:17 AM (IST)

नई दिल्लीः बीएसएफ ने जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से बिना उकसावे के किए जा रहे संघर्षविराम का मुंहतोड़ जवाब दिया है। पाकिस्तान के खिलाफ ‘‘सटीक’’ जवाबी कार्रवाई करते हुये पिछले चार दिनों में बीएसएफ ने मोर्टार के 9000 ये ज्यादा गोले दागे। इस दौरान कई जगहों पर दुश्मन की चौकियों और पाकिस्तानी रेंजर्स के तेल डिपो को तबाह किया गया।

बीएसएफ और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि जम्मू से लगी 190 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा का इलाका ‘‘बेहद तनावपूर्ण’’ है क्योंकि पाकिस्तान रविवार शाम से ही इस समूचे इलाके में भारी फायरिंग कर रहा है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने 19 जनवरी से अब तक मोर्टार के करीब 9000 गोले दागे हैं। पाकिस्तान द्वारा इलाके की शांति भंग करते हुए बीएसएफ की चौकियों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाया गया था। उन्होंने कहा कि मोर्टार से की जा रही गोलाबारी, गोला-बारूद से दुश्मनों को जवाब देने के अतिरिक्त है। 

बीएसएफ ने कहा कि बल ‘‘सटीक’’ गोलीबारी कर जवाबी कार्रवाई कर रहा है जिस दौरान पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ से गोलीबारी करने वाले ठिकानों, मोर्टार पोजीशन्स, आयुध और तेल डिपो को नष्ट किया गया है। बल ने दो छोटे वीडियो क्लिप्स भी जारी किये जिसमें कथित तौर पर तेल डिपो की तबाही को दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि जम्मू सीमा का ‘चिकेन नेक’ इलाका भी पाकिस्तानी बलों की गोलाबारी का निशाना बना है जो अब तक इससे अछूता था। यह जगह बीएसएफ की मकवाल और कानाचक सीमा चौकी के पास है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘इन इलाकों में सुरक्षा बल का एक जवान और कुछ नागरिक घायल हुये हैं। यहां कल से ही पाकिस्तान की तरफ से भारी फायरिंग की जा रही है।’’ सूत्रों ने कहा कि भारतीय बलों ने सीमा पार अग्रिम चौकियों पर रेंजर्स और पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ कमांडरों की आवाजाही भी देखी है।

अधिकारियों ने कहा, ‘‘जहां तक हम समझते हैं यह दौरा पाकिस्तानी कमांडरों ने अपने सैनिकों का उत्साह बढ़ाने के लिए किया है जिन्हें भारत की जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान हुआ है। यह भी समझा जा सकता है कि भारत की कार्रवाई में उनके कई जवान हताहत हुए हैं।’’ बीएसएफ के महानिदेशक के के शर्मा ने पिछले हफ्ते अग्रिम इलाकों का दौरा किया था और माना जा रहा है कि वे 26 जनवरी के आसपास फिर इस इलाके का दौरा कर सकते हैं।  


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