इस भाई-बहन ने खुद ही खा डालीं अपनी उंगलियां...

punjabkesari.in Friday, Mar 04, 2016 - 08:36 AM (IST)

नई दिल्ली: छोटे बच्चों को अक्सर अंगूठा मुंह में डाले रखने की आदत होती है। कई बार तो ये आदत 12-13 साल तक बनी रहती है और बच्चा अंगूठा चूसना बंद नहीं करता है लेकिन क्या कभी ये सुना है कि किसी बच्चे ने अपनी ही उंगलियां चबा डाली हो। जी हां ये सच है, छत्तीसगढ़ के रायपुर में रहने वाली सात साल की मनीषा और पांच साल के दिनकल पटेल ने कुछ ऐसा ही कर डाला।

दरअसल इस भाई-बहन को एक दुर्लभ बीमारी है जिसके चलते उन्हें किसी दर्द का एहसास नहीं होता है कॉन्जेनाइटल इंसेंसिटिविटी नामक बीमारी से पीड़ित दोनों भाई-बहनों को किसी तकलीफ का एहसास नहीं होता है जिस चोट से किसी की चीख निकल जाए, उस चोट का दर्द तक इन्हें महसूस नहीं होता हालांकि घाव है तो संक्रमण का डर हमेशा बना रहता है। ए‍क दिन बच्चों के पिता गोपाल प्रसाद पटेल अपने काम से वापस लौटे तो उन्होंने देखा कि उनके बच्चे खून से सने हुए हैं। पटेल डर गए कि ये कैसे हुआ जब उन्हें पता चला कि दोनों ने खुद ही अपने आप को नुकसान पहुंचाया है तो उन्हें पहले तो यकीन नहीं हुआ कि खेल-खेल में दोनों बच्चे अपने हाथ और पैर चबा गए हैं।

बच्चों के पिता पटेल ने बताया कि वह और उनकी पत्ना दोनों काम करते हैं और बच्चों की देखभाल दादी करती है। बच्चों की दादी बच्चों को खाना खिलाने गईं तो देखा की बच्चों की उंगलियां बुरी तरह कटी हुई हैं। उन्हें देखकर लग रहा था जैसे किसी चूहे ने उनकी उंगलियों को कुतर डाला हो।
 

वहीं बच्चों की मां ने बताया कि जब बच्चे छोटे थे और उन्हें चोट लगती थी तो वे रोते नहीं थे तब लगता था कि बच्चे बहुत बहादुर हैं लेकिन अब जाकर पता चला है कि वे दोनों एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे हैं। बच्चों का इलाज कर रहे डॉक्टर पुरनेंदु सक्सेना का कहना है कि इन बच्चों को किसी बड़े अस्पताल में विशेष इलाज की जरूरत है। आपको बता दें कि कॉन्जेनाइटल इंसेंसिटिविटी एक अनुवांशिक बीमारी है जो SCN9A जीन के म्यूटेशन के कारण होती है।



 


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