JDU से नाराज शरद ने उठाए नीतीश की ईमानदारी पर सवाल
punjabkesari.in Saturday, Aug 19, 2017 - 06:05 PM (IST)
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने एनडीए में शामिल होने का फैसला कर लिया है। इसके साथ ही जदयू अब एनडीए का हिस्सा हो गया है। वहीं कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित अपने 'जन अदालत सम्मेलन' में शरद यादव ने कहा कि नीतीश मुझे बेघर करना चाहते थे। शरद ने कहा कि महागठबंधन पांच साल का वादा था और इसलिए जनता ने हमें अमानत दी थी, घोषणापत्र दलों का ईमान होता है और कुछ लोगों ने यह ईमान खो दिया।
Gathbandhan ka 5 saal ka wada tha, janta ne humein amanat di thi aur ghoshana patr imaan hota hai: Sharad Yadav, JDU leader pic.twitter.com/0MIjld11B3
— ANI (@ANI) August 19, 2017
उन्होंने कहा कि महागठबंधन टूटने के बाद से ही मैं पूरे देश का दौरा कर रहे हैं। यादव ने कहा कि देश आज मुश्किल हालात में है लोगों को धर्म और लव जिहाद के नाम पर मारा जा रहा है. उना में गाय का चमड़ा निकाल रहे दलितों को पीटा गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा, देश में आज बेरोजगारी चरम पर हैं। युवाओं के पास काम नहीं है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में उन्होंने 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया था, लेकिन उस पर कुछ नहीं किया। लोकतंत्र पर अपने वादे निभाना जरूरी है।
उन्होंने अपने संबोधन के दौरान किसी व्यक्ति या पार्टी का नाम नहीं लिया और कहा कि उनकी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है, वह विचारधारा और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। जदयू के राज्यसभा सांसद ने कहा कि देश आज विकट दौर से गुजर रहा है। आजादी के 70 साल बाद भी बिहार में अभी भी बाढ़ की समस्या बनी हुई है और इससे अब तक डेढ़ सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को‘जवान’बताते हैं, जहां युवाओं की आबादी सबसे अधिक है लेकिन 60 प्रतिशत युवा बेरोजगार हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के हाथ में काम नहीं होने से घर औेर बाहर उन्हें ताना सुनना पड़ता है।