राहुल तीन पीढ़ियों का हिसाब दें, हम 3 साल का दे देंगे: शाह

punjabkesari.in Wednesday, Sep 20, 2017 - 08:14 PM (IST)

देहरादूनः कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर तल्ख टिप्पणी करते हुए अमित शाह ने कहा, 'हम अपने 3 साल के कामकाज का जवाब देने को तैयार हैं, राहुल गांधी अपनी 3 पीढ़ियों के काम-काज का जवाब दें।' बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उत्तराखंड के दौरे पर दूसरे दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस का युग शुरू किया है।' दौरे के अंतिम दिन शाह ने कहा, 'साल 2014 में हमारे सत्त्ता संभालते समय और वर्तमान में हो रही चीजों की अगर आप तुलना करें, तो आपको एक बड़ा परिवर्तन दिखाई देगा। हमने देश में पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस के नए युग की शुरुआत की है।' 

यूपीए सरकार पर 12 लाख करोड़ रुपए के घोटालों में फंसे होने और नीतिगत मामलों में लकवा पीड़ित होने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा, 'पिछले 3 वर्षों में बीजेपी देश को एक पारदर्शी और कार्य करने वाली सरकार देने में सफल रही है, जो निर्णय लेने में सक्षम है। देश में चारों तरफ एक बड़ा बदलाव दिखायी दे रहा है और इसका श्रेय नरेंद्र मोदी को जाता है। 

जिनके नेतृत्व में नोटबंदी, बेनामी संपत्त्ति पर प्रहार, जीएसटी और काले धन द्वारा संचालित समानान्तर अर्थव्यवस्था को खत्म करने के लिये वित्त्तीय लेनदेन का डिजिटलीकरण जैसे ऐतिहासिक निर्णय लिए गए।'

इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स को संबोधित करते हुए कहा, 'यूपीए सरकार ने एक दिन में 30 हजार नौकरियां देने का जो वादा किया था, उसे पूरा करने में वह 'असफल' रही।' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में बीजेपी की अगुआई वाली एनडीए सरकार भी वर्तमान दर से इस लक्ष्य को छूने में नाकाम रहेगी। 

राहुल गांधी ने कहा, 'लोग हमसे नाराज थे क्योंकि हम 30 हजार नौकरियां (प्रतिदिन) देने का वादा पूरा नहीं कर सके। वही लोग अब मिस्टर मोदी पर भी नाराज होने वाले हैं।' 

राहुल ने कहा, 'भारत में गुस्सा पैदा हो रहा है।' राहुल इस दौरान यह मानने से भी नहीं हिचके कि कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार को नौकरी देने के मोर्चे पर मिली नाकामी ही पीएम मोदी के उदय की वजह है। राहुल ने कहा कि 30000 युवा रोजाना नौकरियों के लिए जॉब मार्केट में पहुंच रहे हैं। इनमें से केवल 450 को नौकरी मिल पाती है। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News