Live आज का गुडलक- कुंवारी लड़की को दें ये चीज, जीवन की हर मुश्किल होगी आसान

punjabkesari.in Saturday, Oct 14, 2017 - 07:08 AM (IST)

आज शनिवार दी॰ 14.10.17 कार्तिक कृष्ण दशमी पर विशेष महाकाली पूजन करना श्रेष्ठ रहेगा। कृष्ण पक्ष और दशमी तिथि दशमहाविद्या को समर्पित मानी जाती है। महाकाली दस महाविद्या में से प्रथम महाविद्या मानी जाती हैं व समस्त देवों द्वारा पूजनीय व अनंत सिद्धियों को प्रदान करने वाली हैं। इन्हें मूल प्रकृति कहा जाता है। मूलतः पार्वती ही आदिशक्ति हैं जो संसार में महाकाल शिव के साथ महाकाली रूप में प्रलय तांडव करती हैं। काल अर्थात समय का ईश्वर शिव के महाकालेश्वर स्वरुप को माना गया है तथा काल की शक्ति देवी महाकाली को कहा गया है। तंत्र शास्त्र में महाकालेश्वर व महाकाली का सर्वोच्च स्थान है। कहा जाता है कि जो महाकाल व महाकाली का भक्त है उसका काल भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। कालिका पुराण के अनुसार महामाया को ही महाकाली बताया गया है। महाकाली का जन्म मधु-कैटभ के नाश हेतु हुआ था। महाकाली के विशेष पूजन से अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है व शत्रुओं का नाश होता है। जीवन की हर मुश्किल आसान होती है।


विशेष पूजन: पश्चिम मुखी होकर महाकाली का दशोपचार पूजन करें। सरसों के तेल का दीप करें, लोहबान की धूप करें, तेजपत्ता चढ़ाएं, सुरमा चढ़ाएं, लौंग, नारियल, काली मिर्च, बादाम चढ़ाएं तथा रेवड़ियों का भोग लगाकर 108 बार विशिष्ट मंत्र का जाप करें। इसके बाद रेवड़ियां प्रसाद स्वरूप में किसी कुंवारी लड़की को दे दें।


पूजन मुहूर्त: प्रातः 11:17 से दिन 12:17 तक।


पूजन मंत्र: क्रीं कुरुकुल्लायै नमः॥

 

आज का शुशाशुभ
आज का अभिजीत मुहूर्त:
दिन 11:45 से दिन 12:31 तक।


आज का अमृत काल: अगले दिन प्रातः 04:47 से प्रातः 06:21 तक।


आज का राहु काल: प्रातः 09:15 से प्रातः 10:41 तक।


आज का गुलिक काल: प्रातः 06:25 से प्रातः 07:50 तक। 


आज का यमगंड काल: दिन 13:32 से शाम 14:57 तक।


यात्रा महूर्त: दिशाशूल-पूर्व, राहुकाल वास-पूर्व। अतः आज पूर्व दिशा की यात्रा टालें।


वर्जित मुहूर्त: पृथ्वी वासनी भद्रा दिन 14:40 से रात 02:03 तक रहेगी। इस काल में शुभ कार्य वर्जित कहे गए हैं। 


आज का गुडलक ज्ञान
आज का गुडलक कलर:
श्यामल।


आज का गुडलक दिशा: पश्चिम।


आज का गुडलक मंत्र: ॐ कपालिन्यै नमः॥


आज का गुडलक टाइम: दिन 12:17 से दिन 13:17 तक।


आज का बर्थडे गुडलक: अकाल मृत्यु के भय नाश हेतु राई सिर से 13 बार वारकर महाकाली पर चढ़ाएं।


आज का एनिवर्सरी गुडलक: पारिवारिक जीवन की हर मुश्किल के हल हेतु काली मंदिर में 7 नींबू की माला चढ़ाएं।


गुडलक महागुरु का महा टोटका: शत्रुनाश हेतु शत्रुओं का नाम लेते हुए 6 लौंग सिर से 6 बार वारकर देवी काली के निमित्त कर्पूर से जला दें।


आज के गुडलक में बस इतना ही। कल गुडलक में हम आपको बताएंगे कैसे रमा एकादशी पर नारायण करेंगे जीवन का उद्धार। 

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com


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