काले धन के खिलाफ जनता ने लड़ी बड़ी लड़ाई: मोदी

punjabkesari.in Thursday, Nov 09, 2017 - 04:18 AM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश की 125 करोड़ जनता ने भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी है। नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर कई ट्वीट कर मोदी ने देश की जनता का आभार जताया है। 

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में लिखा, ‘‘मैं भ्रष्टाचार और काले धन को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कई फैसलों का समर्थन करने के लिए भारत की जनता को झुक कर प्रणाम करता हूं।’ मोदी ने एक शॉर्ट फिल्म भी सांझा की है जिसमें नोटबंदी के फायदे बताए गए हैं और सर्वे के माध्यम से लोगों को अपनी राय देने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने लोगों से पूछा है कि भ्रष्टाचार और काले धन को उखाड़ फैंकने के प्रयासों के बारे में आप क्या सोचते हैं? इस सर्वे के माध्यम से मुझे बताएं। 

सी.बी.आई. ने नोटबंदी के बाद 396 करोड़ रुपए के काले धन का पता लगाया
सी.बी.आई. ने नोटबंदी के बाद अवैध तरीके से मुद्रा बदलने से जुड़े 84 मामलों में 396 करोड़ रुपए के काले धन का पता लगाया। इन मामलों को सी.बी.आई. ने दर्ज किया है। सरकार ने एक साल पहले 500 और 1000 रुपए के नोटों पर पाबंदी लगाई थी। जांच एजैंसी ने आज यहां जानकारी दी। इन 84 मामलों में 7 प्रारंभिक जांच के मामले शामिल हैं। ये मामले वाणिज्यिक बैंकों, सहकारी बैंकों, डाकघरों, रेलवे और बीमा कंपनी में धोखाधड़ी कर चलन से हटाए गए नोटों को बदले जाने से जुड़े हैं। सी.बी.आई. के अनुसार उसने यह सुनिश्चित किया है कि कानून के उल्लंघन से जुड़ी प्रत्येक सूचना पर गौर किया जाएगा और उसकी जांच की जाएगी तथा जरूरत पडऩे पर मामले दर्ज किए जाएंगे। 
PunjabKesariनोटबंदी ने फलती-फूलती अर्थव्यवस्था का किया सफाया: राहुल
नोटबंदी के कारण भारत के 2 प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) खत्म होने, असंगठित श्रम क्षेत्र के तबाह होने और कई लघु एवं मध्यम उद्योगों के बंद हो जाने का दावा करते हुए राहुल गांधी ने आज आरोप लगाया कि इस फैसले के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक समय फल-फूल रही अर्थव्यवस्था का सफाया कर दिया है। राहुल ने कहा कि यह बात फाइनैंशियल टाइम्स में ‘‘मोदीज रिफॉर्म हैव रोब्ड इंडिया ऑफ इट्स इकोनॉमिक प्रोवेज’’ शीर्षक से प्रकाशित आलेख में कही है। 
PunjabKesariहादसा है नोटबंदी: ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोटबंदी को ‘‘डिमो-डिकाॉस्टर’’ (नोटबंदी हादसा) बताते हुए आज ट्विटर पर अपनी डिस्प्ले पिक्चर को काला कर दिया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है, ‘‘मैंने अपने ट्विटर की डिस्प्ले पिक्चर काली कर दी है। ’ ममता ने अपने कल के फेसबुक पोस्ट में आरोप लगाया था कि नोटबंदी ‘‘बहुत बड़ा घोटाला’’। 

प्रचलन से बाहर किए नोटों की जब्ती, हिरासत में भेजे 9 आरोपी
दिल्ली की एक अदालत ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों से कथित रूप से जुड़े 36 करोड़ रुपए की राशि की जब्ती के सिलसिले में आज 9 लोगों को राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) की हिरासत में भेज दिया। यह राशि प्रचलन से बाहर किए गए 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों में थी। जिला न्यायाधीश पूनम बम्बा ने एन.आई.ए. को आरोपियों से 21 नवम्बर तक पूछताछ करने की मंजूरी दे दी। एन.आई.ए. की तरफ से पेश हुए सरकारी अभियोजक ने आरोपियों से पूछताछ के लिए 16 दिन की हिरासत की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि आरोपियों का सबूतों से आमना-सामना करवाने और जांच के लिए दूसरी जगहों पर ले जाए जाने के लिए उनकी जरूरत है। 

जो कुछ कहते हैं आंकड़े
एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान कर पूरे देश को चौंका दिया था। 86 फीसदी नोट एक झटके में चलन से बाहर हो गए थे। विशेषज्ञों का मानना है कि फौरी तौर पर अर्थव्यवस्था जरूर प्रभावित हुई पर दीर्घकालीन परिणाम अच्छे आएंगे... 

काले धन-भ्रष्टाचार पर स्कोर कार्ड
चलन से बाहर किए गए ज्यादातर नोट बैंकों में वापस आए
चलन से बाहर नोट 
15.44 लाख करोड़ 

बैंकों में जमा हुए नोट
15.28 लाख करोड़

किसने और कितना धन जमा करवाया 
17,000 करोड़ रुपए शैल कंपनियों द्वारा जमा कराए गए, जो कि निगरानी में हैं
17.77 लाख लोगों ने निजी तौर पर पैसे जमा कराए, जो कि निगरानी में हैं 

जाली नोटों को बाहर करने से टैरर फंडिंग पर चोट 
(प्रति मिलियन इतने जाली नोटों की पहचान हुई)
                    500 रुपए 1000 रुपए
 2015-16            2.4            5.8
नोटबंदी के बाद      5.5         12.4 

नोटों पर निर्भरता कम हुई 
           (चलन में नकदी)
8 नवम्बर, 2016 :     17.77 लाख करोड़
31 सितम्बर 2017 :    15.89 लाख करोड़ 

असंगठित क्षेत्रों में बेरोजगारी 
जनवरी से अप्रैल 2017 के बीच 1.5 मिलियन लोग बेरोजगार हुए 
PunjabKesariडिजीटल भुगतान को बढ़ावा 

                            अक्तूबर 2016                                       अगस्त 2017
                      वैल्यू (करोड़)  वॉल्यूम (10 लाख)           वैल्यू (करोड़)  वॉल्यूम (10 लाख)
कार्ड से भुगतान           51,883          229.5                     71,712           380.8
मोबाइल से भुगतान      3,385           99.6                       7,262           225.4 

नकदी की कमी से अर्थव्यवस्था पर असर
जी.डी.पी. (प्रतिशत में) 
वित्त वर्ष 2017 पहली तिमाही - 7.9
वित्त वर्ष 2018 पहली तिमाही - 5.7 

घर खरीदना हुआ किफायती
(घर के दाम/सालाना आय)
2014-4.6
2015-4.4
2016- 4.1
2017- 3.8

बड़ी वित्तीय बचत
सकल वित्तीय बचत जी.डी.पी. के प्रतिशत में
वित्त वर्ष   2014 - 10.4
वित्त वर्ष   2015 - 10.1
वित्त वर्ष   2016 - 10.9
वित्त वर्ष   2017 - 11.8

ये था मकसद
-काला धन खत्म करना, भ्रष्टाचार में कमी लाना
-टैरर फंडिंग पर रोक 
-देश को कैशलैस बनाकर डिजीटल भुगतान को बढ़ावा देना
-जाली नोटों को खत्म करना    


 


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