अब फफूंद नहीं जाएगी बेकार, होगा फसलों का ईलाज

punjabkesari.in Monday, Nov 06, 2017 - 01:34 PM (IST)

जम्मू: जमीन में तैयार होने वाली फफंूद अब फायदेमंद साबित होगी। इससे फसलों का ईलाज किया जाएगा। प्राकृतिक तौर पर पाया जाना वाला ट्राइकोडर्मा स्पीज नामक मित्र फफंूद पर जम्मू कश्मीर की शेरे-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंस एंड टेक्नोलॉजी (स्कास्ट) ने शोध किया है और उसी में यह जानकारी सामने आई है। जानकारी के अनुसार फसलों पर ईलाज का यह तरीका पूरी तरह से जैविक है।


स्कास्ट ने इस पर पूरे चार साल तक शोध किया है। शोध में पाया गया है कि मित्र फफंूद से कई बीमारियों को दूर करने में सफलता मिली है। प्रयोग से पहले मित्र फफंूद के जीवाणुओं को उठाकर प्रयोगशाला में एक महीने तक विकसित किया जाता है और इसके बाद इसका ट्राइकोडर्मा पाउडर तैयार होता है। बताया जा रहा है कि इससे न सिर्फ फसलों का ईलाज होगा बल्कि इससे पैछावार भी अच्छी होगी। अब तक करीब 150 किसानों को यह पाउडर दिया गया है और इसका परिणाम सही आए हैं।


कैसे किया जएगा प्रयोग
इस पाउडर को गोबर खाद में मिलाकर पौधों की जड़ों में देना होगा। वहीं बीजों के उपचार के लिए ट्राइकोडर्मा पाउडर का घोल बनाकर बीजों को डुबोना होता है। डा विशाल गुप्ता ने कहा कि स्कास्ट की यह खोज किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित होगी। अब फसलों की बीमारियों पर बिना खर्च के काम किया जाएगा। उत्पादन भी अच्छा होगा और दाम भी अच्छे मिलेंगे।

 


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