चाणक्य नीति: हर वक्त उदारता सहीं नहीं
punjabkesari.in Sunday, Dec 03, 2017 - 03:56 PM (IST)
आचार्य चाणक्य एक ऐसी महान विभूति थे, जिन्होंने अपनी विद्वत्ता, बुद्धिमता और क्षमता के बल पर भारतीय इतिहास की धारा को बदल दिया। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चाणक्य कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में भी विश्वविख्यात हुए।
कार्यार्थिना दाक्षिण्य न कर्त्तव्यम्।
अर्थात: उदारता दिखाना मनुष्य का स्वभाव होता है लेकिन हर जगह उदारता दिखाने से कभी-कभी बड़ा भारी नुक्सान भी हो जाता है। एक राजा को शत्रु पक्ष से व्य्वहार करते समय इस बात को विशेष ध्यान रखना चाहिए।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Rang Panchami : रंग पंचमी पर कर लें यह उपाय, मां लक्ष्मी का घर में होगा वास
Rang Panchami: रंगपंचमी पर धरती पर आएंगे देवी-देवता, इस विधि से करें उन्हें प्रसन्न
मैड़ी मेले में आए अमृतसर के श्रद्धालु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पुलिस जांच में जुटी
नाहन-हरिपुरधार मार्ग पर वैन दुर्घटनाग्रस्त, पेड़ ने बचाई 3 लोगों की जान