300 व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए कश्मीर में फैलाई गई हिंसा

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2017 - 10:37 AM (IST)

जम्मू-कश्मीर: कश्मीर में पत्थरबाजी को बढ़ावा देने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसकी मदद से पथराव करने वाले लड़कों को जुटाने में काफी मदद मिल रही थी।

 

रेल की पटरियों से इकट्ठा करते थे पत्थर

रियासत के एक पुलिस अफसर ने खुलासा करते हुए कहा कि पत्थरबाजों को जुटाने के लिए 300 व्हाट्सएप ग्रुप्स बनाए गए थे। इन ग्रुप्स में मैसेज आने पर पथराव करने वाले लड़के रेल की पटरियों से पत्थर इकट्ठा कर बताए गए स्थान पर जाकर पथराव करना शुरू कर देते। उन तस्वीरों को व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर किया जाता जिससे हिंसा को और बढ़ावा मिलता। पुलिस ने कार्रवाई कर इनमें से 90 फीसदी से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप बंद करवा दिए हैं। इसके अलावा घाटी में इंटरनेट सेवाओं को बंद करने से भी मुठभेड़ों के दौरान पथराव में कमी आई है।

 


हर ग्रुप में थे लगभग 250 सदस्य
नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि हर ग्रुप में तकरीबन 250 सदस्य थे। पुलिस ने इन ग्रुप्स और ग्रुप एडमिन की पहचान कर ली हैं और इन्हें पुलिस की काउंसलिंग के लिए बुलाया गया। जहां उन्हें इस पहल पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली। उन्होंने कहा कि पिछले तीन हफ्ते में 300 में से 90 फीसदी व्हाट्सएप ग्रुप्स को बंद किया गया है।


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