30 किलोमीटर के दुर्गम मार्ग से होते हुए यात्री पहुंचे मां मचैल के दरबार

punjabkesari.in Monday, Aug 21, 2017 - 06:04 PM (IST)

किश्तवाड़: मचैल माता के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में दिन-प्रतिदिन भारी वृद्धि हो रही है। यह अमरनाथ यात्रा के बाद जम्मू-कश्मीर में दूसरी सबसे बड़ी यात्रा है। काफी दुर्गम मार्गों से होते हुए यात्री मां मचैल मां के दरबार में पहुंचते हैं और अपने परिवार की सुख-समृद्धि एवं मंगलकामना करते हैं। मां के दरबार को इन दिनों विशेष तौर पर रंग-बिरंगी रोशनियों और फूलों से सजाया गया है जोकि रात में और भी आकर्षित करता है। 

 

किश्तवाड़ से 30 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद ही मचैल माता के दरबार में भक्त पहुंचते हैं और मां के दर्शन होते हैं। अब तक मां के दर्शन करने वाले श्रद्धालु सुनील दत्त मगोत्रा, विकास व परिवार के सदस्यों ने बताया कि मार्ग काफी कठिन होने के बावजूद भी बच्चे, बूढ़े व महिलाएं आराम से यात्रा को पूर्ण कर लेते हैं। भक्तों को पता ही नहीं चलता कि कब वे मां मचैला के जयकारे लगाते हुए मां के दरबार में पहुंचे और कब वह वापस आ गए।

 

लोग हैलीकॉप्टर सेवा से भी पहुंच रहे भवन
अमरनाथ यात्रा के बाद दूसरी बड़ी मचैल माता की यात्रा है जिसमें श्रद्धालुओं के लिए हैलीकॉप्टर की सेवाएं शुरू की गई थीं जोकि अब भी जारी है। कई यात्री हैलीकॉप्टर से ही आते और जाते हैं और कुछ का मानना है कि दर्शनों के लिए जाते समय पैदल जाया जाए और आती बार हैलीकॉप्टर से वापस आया जाए। यात्रियों की सुरक्षा के लिए खास प्रबंध किए गए हैं जिसके लिए स्थानीय पुलिस के अलावा सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई है।


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