कायर निकला आतंकी सबजार, एनकाउंटर में चला नहीं पाया एक भी गोली

punjabkesari.in Tuesday, May 30, 2017 - 02:17 PM (IST)

कश्मीर : भोले-भाले नौजवानों को बरगलाकर मौत के रास्ते पर ले जाने वाला आतंकी सबजार कायर निकला। सुरक्षा बलों के साथ 10 घंटे चली मुठभेंड़ में वह एक भी गोली नहीं चला पाया और जंग-ए-मैदान में भीगी बिल्ली की तरह बैठा रहा। हिजबुल कमांडर सबजार अहमद को दक्षिण कश्मीर के त्राल में हुए एनकाउंटर में शनिवार को मार गिराया गया। सबजार अहमद के अब कई चौंकाने वाले सच सामने आए हैं, जिन्हें सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। 

 

सबजार के आखिरी लम्हों के गवाह रहे सेना के सूत्रों ने बताया कि शनिवार को हुई मुठभेड़ के दौरान सबजार पूरे 10 घंटे खामोश होकर छुप कर बैठा रहा लेकिन उसने वहां से भागने की हर मुमकिन कोशिश की। जानकारी के मुताबिक उसने पत्थरबाजों को भी मैसेज भेजे ताकि वे उसे वहां से भागने में मदद कर सकें।

 


सबजार के ठिकाने का खुलासा
सुरक्षा बलों को सबजार के ठिकाने की जानकारी जम्मू-कश्मीर पुलिस की टेक्निकल इंटेलिजेंस यूनिट से मिली। सेना के एक सूत्र ने बताया कि पुलिस से मिली खुफिया जानकारी से इस बात की पुष्टि हो गई कि सबजार और उसका साथी फैजान साइमोह गांव के घरों में छिपे हैं। उन्हें पकड़ने के लिए शुक्रवार की शाम इन घरों की घेराबंदी की गई। इस खास अॉपरेशन में स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप और राज्य पुलिस के जवान शामिल थे। 

 


सबजार को मारने से पहले दिया गया सरेंडर करने का मौका 
सुरक्षाबलों ने सबजार और फैजान को घेरने के बाद उनसे संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन आतंकियों ने ना ही जुबानी और ना ही गोलियों से जवाब दिया। सबजार और फैजान के पास एके-47 और इंसास राइफल्स समेत बड़ी तादाद में हथियार और रसद मौजूद थे लेकिन फिर भी उसने उन्हें इस्तेमाल नहीं किया। सुरक्षाबलों ने मौके पर दमकल की गाड़ियां मंगवाई जिनमें पानी की जगह पेट्रोल भरा हुआ था। दमकल गाड़ियों से पहले घर में पेट्रोल छिड़क कर आग लगाई गई लेकिन दोनों आतंकियों ने आवाज़ तक नहीं की। शनिवार सुबह करीब सवा आठ बजे दूसरे घर को आग के हवाले करने के बाद जब तीसरे घर को आग लगाने की कोशिश की गई तभी सबजार और फैजान घर से बाहर भागे उसी समय सुरक्षाबलों ने उन्हें निशाना बना दिया।

 

 

सबजार इस कारण हुआ था आतंकियों में शामिल 
सेना के सूत्रों की मानें तो सबजार ने सातवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। सबजार लड़कियों का खासा शौकीन था। वह 2 साल पहले आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था। बुरहान वानी की पिछले साल मौत के बाद सबजार ने दक्षिणी कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन की कमान संभाली थी। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News