ट्रंप के मुस्लिम प्रेम की हकीकत आई सामने, यात्रा बैन पर जंग रहेगी जारी

punjabkesari.in Friday, May 26, 2017 - 10:37 AM (IST)

वॉशिंगटन: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले विदेशी दौरे की शुरुआत सऊदी अरब से करके इस्लाम जगत को हैरान करने के साथ 'अरब इस्लामिक अमरीकी समिट' में जुटे 55 मुस्लिम देशों के नेताओं को इस्लाम पर अच्छा खासा प्रवचन भी दिया। 


सऊदी में ट्रंप का मुस्लिम प्रेम महज एक दिखावा
ट्रंप के एेसे रुख से लोगों को लगने लगा था कि ट्रंप का इस्लाम और मुसलमानों के प्रति नजरिया बदल गया है । हालांकि अभी ट्रंप की पहले विदेशी दौरे से वापसी भी नहीं हुई थी कि मुस्लिम देशों पर बैन लगाने की आखिरी जंग लड़ने की तैयारी शुरू हो गई है जिससे  साफ हो गया है कि सऊदी में ट्रंप का मुस्लिम प्रेम महज एक दिखावा था।ट्रंप प्रशासन ने मुस्लिम देशों पर बैन लगाने के फेडरल कोर्ट के आदेश को अमरीका की शीर्ष अदालत में चुनौती देने का मन बना लिया है। अटॉर्नी जनरल जेफ सेशन्स ने कहा है कि फेडरल कोर्ट के फैसले के खिलाफ यूएस सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी।


अमरीकी अपील कोर्ट ने क्या कहा?
मुस्लिम देशों पर बैन के खिलाफ अमरीकी निचली अदालत के फैसले को यूएस सर्किट कोर्ट ऑफ अपील ने 10-3 से सही ठहराया। पहली अपीलीय अदालत ने कहा कि यह बैन संविधान का उल्लंघन करता है। ट्रंप प्रशासन की दलील थी कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया था, लेकिन अदालत ने इसको सिरे से खारिज कर दिया।


बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति का पद संभालने के फौरन बाद ही ट्रंप ने ईरान, लीबिया, सोमालिया, सुडान, सीरिया और यमन के नागरिकों के अमरीका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस फैसले की दुनिया भर में कड़ी आलोचना हुई थी और मामले में अदालत को दखल देना पड़ा था। इतने पर भी ट्रंप प्रशासन नहीं माना और अमरीका की निचली अदालत के खिलाफ फेडरल कोर्ट में अपील की थी। बृहस्पतिवार को फेडरल अपील कोर्ट ने मामले में निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखते हुए ट्रंप के बैन लगाने वाले कार्यकारी आदेश के खिलाफ फैसला सुनाया।


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