सूर्यग्रहण पर नासा पहली बार करेगा ये काम, की है जबरदस्त तैयारी

punjabkesari.in Sunday, Aug 20, 2017 - 02:49 PM (IST)

न्यूयॉर्कः अमरीका में 99 साल बाद 21 अगस्त यानी कल पूर्ण सूर्यग्रहण दिखेगा। ग्रहण सुबह 10.15 बजे ओरेगन तट से दिखना शुरू होगा और दक्षिण कैरोलिना के तट पर दोपहर 2.50 बजे खत्म होगा। भारतीय समय के मुताबिक यह सोमवार रात 9.15 बजे से रात में 2.34 बजे तक चलेगा  पर भारत में नहीं दिखेगा। नासा इस मौके पर 12 जगहों से ग्रहण का लाइव टेलीकास्ट करेगा। इसके लिए हीलियम भरे 50 बैलून छोड़े जाएंगे। जो 80 हजारफुट (करीब 24 किमी) की ऊंचाई से वीडियो भेजेंगे। मोनटाना स्टेट यूनिवर्सिटी नासा के साथ स्पेस ग्रांट बैलूनिंग प्रोजेक्ट में हिस्सा ले रही है। इसके जरिए सूर्यग्रहण को एक छोर से दूसरे छोर तक देखने की तैयारी है।
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बैलून पर लगे उच्च क्वालिटी वाले वीडियो और स्टिल कैमरों के साथ कम्प्यूटर की मदद से धरती पर लाइव तस्वीर और वीडियो मिलेंगे। इस प्रोजैक्ट की मदद से साइंटिस्ट सूर्य के प्रभामंडल और लूनर आर्बिट की स्टडी कर सकेंगे। साथ ही इवेंट को आम लोग नजदीक से भी देख सकेंगे। नासा ग्रहण का प्लेन से भी पीछा करेगा। इसके लिए 1960 दशक के बॉम्बर प्लेन डब्ल्यूबी-57 को चुना गया है। इस दौरान प्लेन की स्पीड 460 मील/घंटा होगी।

ग्रहण के दौरान 50 हजार फुट की ऊंचाई पर सामान्य से 30 गुना अधिक अंधेरा होगा। 9 फुट लंबा है हर गुब्बारा। सभी में वीडियो और स्टिल कैमरों के साथ मिनी कंप्यूटर भी लगे होंगे। 2000 मील/घंटे की रफ्तार से गुजरेगी सूर्यग्रहण की छाया। ओरेगन में और दक्षिण कैरोलिना तक इसकी स्पीड घटकर 1500 मील/घंटे रह जाएगी। 1000 फुट की ऊंचाई तक पहुंचेगा ये बैलून एक मिनट में। करीब 80 मिनट में 80 हजार फुट की ऊंचाई तक पहुंच जाएगा। 
 


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