G-20 समिट का पूरा शेड्यूल, इंकार के बावजूद जिनपिंग से मुलाकात संभव

punjabkesari.in Friday, Jul 07, 2017 - 06:40 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्राइल की अपनी 3 दिन की यात्रा पूरी करने के बाद जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जर्मनी के हैम्बर्ग शहर पहुंच गए हैं। हैम्बर्ग में 7-8 जुलाई को G-20 शिखर-सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन का इस साल का विषय 'शेपिंग एन इंटर-कनेक्टिड वर्ल्ड' रखा गया है।


इंकार के बावजूद जिनपिंग से मुलाकात संभव 
आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक व्यापार पर चर्चा के साथ जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में G-20 शिखर सम्मेलन शुरू होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-20 शिखर सम्मेलन के लिए हैम्बर्ग पहुंच गए। शिखर सम्मेलन के जरिए अहम बहुपक्षीय एवं द्विपक्षीय वार्ता होंगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स देशों की बैठक में हिस्सा लेंगे। ऐसे में तय है कि प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति पांच देशों के नेताओं के बीच बंद कमरे में होने वाली बैठक में एक टेबल पर होंगे। इस सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी हिस्सा लेंगे। हालांकि दोनों की मुलाकात को लेकर चीन के बयान के बाद भारत ने भी इससे इंकार किया है लेकिन कूटनीतिक सूत्रों के अनुसार यह मुलाकात अब भी संभव है। सूत्रों का कहना है कि मोदी और चिनपिंग के बीच गैर आधिकारिक तौर पर मुलाकात की संभावना से अब भी इंकार नहीं किया जा सकता है।


G-20 का शेड्यूल
जर्मन चांसलर एजेंला मर्केल के स्वागत भाषण के साथ G-20 समिट शुरू होगा। G-20 लीडर्स रीट्रीट के दौरान आतंकवाद चर्चा का एजेंडा होगा। सम्मेलन का पहला वर्किंग सेशन 'वैश्विक विकास और व्यापार' और इसके बाद सतत विकास, क्लाइमेट और एनर्जी पर दूसरा सत्र होगा। शाम को दुनिया भर के नेता म्यूजिकल कंसर्ट में हिस्सा लेंगे और इसके बाद डिनर का आयोजन होगा। 

फिर दूसरे दिन की शुरुआत 'अफ्रीका के साथ भागीदारी, पलायन और स्वास्थ्य' पर केंद्रित सम्मेलन के तीसरे सत्र से होगी। इसके बाद चौथा सेशन डिजिटलाइजेशन, महिला सशक्तिकरण और रोजगार पर आधारित होगा। शनिवार की शाम को समापन सत्र का आयोजन किया जाएगा और फिर G-20 के नेता साझा बयान जारी करेंगे।


G-20, कौन होगा शामिल
इस सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत अन्य शीर्ष नेताओं के हिस्सा लेने की संभावना है। आपको बता दें कि 19 देशों और यूरोपीय संघ के संगठन को ग्रुप ऑफ 20 कहा जाता है। अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनिशया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमरीका इस समूह के सदस्य हैं।
 


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