'पाकिस्तान का हिस्सा नहीं POK, फिर उठी आजादी की मांग
punjabkesari.in Saturday, Aug 12, 2017 - 12:28 PM (IST)
नई दिल्ली: पाक अधिकृत कश्मीर(पीओके) में पाकिस्तान द्वारा जनता पर किए जा रहे जुल्मों की इंतेहा पार हो चुकी है। अब गिलगित-बाल्टिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आजादी की मांग जोर पकड़े हुए है।
मीडिया खबर मुताबिक, पीओके में राजनीतिक पार्टियों सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता पाकिस्तान की नीतियों की खुलकर आलोचना कर रहे हैं। राजनीतिक कार्यकर्ता ताइफघुर अकबर ने कहा कि,' पीओके के लोगों को देशद्रोही कहा जाता है, उन्हें नेशनल एक्शन प्लान के नाम पर जेल में डाल दिया जाता है और लोगों के साथ गुलामों जैसा बर्ताव किया जाता है।
Ppl were called traitors, were abducted & put in jail in name of National Action Plan: Taifoor Akbar, Political Activist in PoK on Pakistan pic.twitter.com/tUIezivAfI
— ANI (@ANI) August 12, 2017
Ppl in PoK are like slaves; no roads/factories here; one cannot even talk, books have been banned: Taifoor Akbar, Political Activist in PoK pic.twitter.com/DAfdAu5OOY
— ANI (@ANI) August 12, 2017
Political parties of Pakistan need to end drama in PoK & Gilgit-Baltistan, these areas aren't part of Pakistan : Misfar Khan, PoK Politician pic.twitter.com/amaUPdyzYM
— ANI (@ANI) August 12, 2017
वहीं पीओके नेता मिसफर खान ने कहा है कि पाकिस्तान के राजनीतिक दलों को पीओके और गिलगिट-बाल्टिस्तान में ड्रामा खत्म करना चाहिए, ये क्षेत्र पाकिस्तान का हिस्सा नहीं हैं। इन दलों ने जो लूट और भ्रष्टाचार किया है उस अब बंद करना चाहिए।'