कम्प्यूटर साइंस के छात्र ने किया एेसा कारनामा,  जाना पड़ जेल

punjabkesari.in Saturday, Apr 22, 2017 - 12:48 PM (IST)

लंदनः दक्षिणी ब्रिटेन में 20 साल के एक युवक को कम्प्यूटर हैकिंग से 360,000 यूरो (करीब 2.5 करोड़ रुपए) बनाने का दोषी पाया गया है। अदालत ने मामले की सुनवाई में पाया कि आरोपी ने एक ऐसा वायरस बनाया था जो यूनिवर्सिटीज की वेबसाइटों और गेमिंग वेबसाइटों को लाखों रुपए का चूना लगा रहा था।आरोपी युवक का नाम एडम मड है जो यहां के हेर्टफोर्डशायर कस्बे का रहने वाला है।

एडम के खिलाफ अब कम्यूटर मिसयूज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। हैकिंग कर ठगी करने में एडम को अगले सप्ताह सजा सुनाई जाएगी।अदालत ने मामले की सुनवाई में पाया कि एडम अपने माता पिता के साथ रहता है और यह अपराध सिर्फ शानो शौकत के लिए करता था। एडम मड जब 16 साल का था तब पहली बार टाइटैनियम स्ट्रेसर नाम का वायरस बनाया था। इस वायरस को उसने दुनियाभर के कई साइबर अपराधियों को बेचा।

इस प्रोग्राम के 112000 सदस्य हैं जो गेमिंग साइटों और कॉलेजों की वेबसाइटों को हैक करते थे। इतना ही नहीं एक कंपनी ने वायरस और हैकिंग से बचने के लिए छह मिलियन यूरो खर्च किए थे लेकिन उस पर करीब 25000 बार साइबर हमला हुआ। अकेले एडम ने ही 594 हमले किए थे। इसके अलावा उसने 70 और स्कूल व कॉलेजों की वेबसाइट को हैक किया था।

एडम को जब गिरफ्तार किया गया तब वह अपने बेडरूम में था। उसने एडम से उसके कम्प्यूटर का लॉक खोलने के लिए पूछा तो उसने मना कर दिया। लेकिन जब एडम के पिता ने कहा तभी उसने अपने कम्प्यूटर का लॉक खोला। पुलिस को जांच के बाद एडम के हैकिंग की कई घटनाओं का खुलासा हुआ। एडम अभी कम्प्यूटर साइंस का छात्र है।


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