कोयला खदानों में काम करने वाला कैसे बना चीन का प्रेसिडेंट?

punjabkesari.in Monday, Mar 12, 2018 - 07:06 PM (IST)

नई दिल्लीः चीन के सबसे शक्तिशाली राष्ट्रपति शी चिनफिंग के ताउम्र इस पद पर रहने का रास्ता साफ हो गया और वह चीन के महान नेता माओ जेदोंग के बाद यह दर्जा पाने वाले दूसरे शख्स बन गए हैं। उनके आने के बाद देश के 35 साल पुराने नियम को बदलने के लिए मंजूरी मिली। इतना ही नहीं, जिनपिंग की विचारधारा को संविधान में शामिल किया गया, जिसके बाद वो देश के फाउंडर और पहले कम्युनिस्ट नेता माओत्से तुंग के बराबर हो गए हैं।

आखिर कौन हैं जिनपिंग
1953 में जन्में शी चिनफिंग कम्युनिस्ट पार्टी के एक पुराने नेता शी झोंगशुन के दूसरे बेटे हैं। शी के पिता शी जोंगशुन 1962 में माओ सरकार में उप-प्रधानमंत्री थे। शी के पिता के राजनीतिक जीवन में आए संकट और 1976 में हुए माओ के निधन ने राजनीति में शी के प्रवेश और प्रांतीय स्तर का नेता बनने में मदद की। 

जिस उम्र में बढ़ते हुए बच्चे अच्छी शिक्षा पाने के लिए शहर का रुख करते हैं, उस उम्र में जिनपिंग को पिता ने गांव काम करने के लिए भेज दिया। वे वहां कोयला खदानों में काम करते थे और गुफाओं में रहते थे। स्थानीय गांव के लोगों का कहना है कि वे शुरू से ही गंभीर और ईमानदार व्यक्ति थे। इसलिए वह सबकी पसंद थे। बाद के सालों में जिनपिंग ने भी माना कि गांव के काम करने का अनुभव उनकी जीवन का सबसे बड़ा टर्निग प्वाइंट था। पेशे से केमिकल इंजीनियर जिनपिंग का निजी जीवन हमेशा सीक्रेट रहा है।

*1975 में कम्युनिस्ट पार्टी के ब्रांच सेक्रटरी की नौकरी छोड़कर शी ने प्रतिष्ठित सिंगुआ यूनिवर्सिटी में रूरल वर्क यूनिट में काम शुरू किया। 
*1975 में कम्युनिस्ट पार्टी के ब्रांच सेक्रटरी की नौकरी छोड़कर शी ने प्रतिष्ठित सिंगुआ यूनिवर्सिटी में रूरल वर्क यूनिट में काम शुरू किया। 
*1979 में शी ने सशस्त्र सेना को नियंत्रित करने वाले सेंट्रल मिलिटरी कमीशन के महासचिव के सचिव के तौर पर सेना में काम शुरू किया। 
*1979 में शी ने सशस्त्र सेना को नियंत्रित करने वाले सेंट्रल मिलिटरी कमीशन के महासचिव के सचिव के तौर पर सेना में काम शुरू किया। 
*1982 में बाउदिंग जिले में डेप्युटी पार्टी सेक्रटरी बनाया गया। शी की ताकत में इजाफा यहीं से शुरू हुआ। साल 2007 में उन्हें शंघाई के फाइनैंशल हब में सबसे ताकतवर अधिकारी नियुक्त किया गया। 
*1987 में पेशे से गायिका पेंग लियुआन से शी ने शादी की। लियुआन अपने सूफी गानों की वजह से चीन की जनता के लिए जाना-माना चेहरा थीं। शादी के समय शी से ज्यादा पाप्युलर उनकी पत्नी थीं। इसकी वजह से भी शी को प्रसिद्धि हासिल करने में मदद मिली। 
*1980 और 2000 के दशक के बीच शी ने लगातार पार्टी, और सैना में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। खासतौर पर उन्होंने फुजियान में ताइवान से सटे इलाकों में काम किया, जो कि देश में आर्थिक सुधारों में सबसे आगे था। 
*2007 में शी को पार्टी के सबसे ताकतवर पोलितब्यूरो स्टैंडिंग कमिटी में भेजा गया, जहां उन्हें हु जिंताओ का उत्तराधिकारी माना गया। हालांकि, शी को मिले इस दर्जे ने कई लोगों को हैरान कर दिया था। 
*2012 में शी को पार्टी का महासचिव बनाया गया और सेना को नियंत्रित करने वाले कमीशन का चेयरमैन भी बनाया गया। इसके कुछ महीनों बाद ही शी को राष्ट्रपति का पद दिया गया और सेना पर नियंत्रण रखने वाले पैनल का प्रमुख भी नियुक्त किया गया। 
*2017 में शी के विचारों को चीन के संविधान में शामिल किया गया, जिसके बाद उन्हें भी चीन के महान नेता माओ जैसा दर्जा मिला। 
*2018 में नैशनल पीपल्स कांग्रेस ने संविधान संशोधित कर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए दो कार्यकाल की सीमा को खत्म किया। 


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