जिम्बाब्वे: 37 साल से सत्ता पर काबिज तानाशाह का तख्‍तापलट

punjabkesari.in Wednesday, Nov 15, 2017 - 04:58 PM (IST)

हरारे:जिम्बाब्वे में सेना और सरकार के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव के दौरान 37 साल से सत्ता पर काबिज तानाशाह  राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का तख्तापलट हो गया। सैनिकों ने राजधानी हरारे में मौजूद नैशनल ब्रॉडकास्टर्स जेडबीसी के दफ्तर को अपने कब्जे में कर लिया है। इसके साथ ही सेना ने संसद की तरफ जाने वाली सड़कों ब्लॉक कर दिया है। खबरों के मुताबिक सेना ने राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे को हिरासत में ले लिया है। हरारे की सड़कों पर तोप के गोले दागने और भारी गोलीबारी की आवाजें सुनी गई है।  बदलते घटनाक्रम को लेकर  मुगाबे का अभी तक कोई बयान नहीं आया है।  

 वर्ष 1980 में ब्रिटेन से आजादी के बाद से जिम्बाब्वे में सत्ता पर काबिज राष्ट्रपति रोबर्ट मुगाबे (93)   की  शासन पर पकड़ को लेकर उठे सवालों के बीच बुधवार को देश की राजधानी हरारे के निकट सेना के सशस्त्र वाहन देखे गए और आज तड़के बोरोडाले में लंबे समय तक गोलीबारी हुई। मुगाबे की जेडएएनयू-पीएफ पार्टी ने सेना प्रमुख जनरल कांन्सटैनटिनो चिवेंगा पर मंगलवार को 'राजद्रोह संबंधी आचरण' का आरोप लगाया। चिवेंगा मांग कर हैं  कि मुगाबे उपराष्ट्रपति एमरसन मनांगाग्वा की पिछले सप्ताह की गई बर्खास्तगी को वापस लिया जाए।
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जेडएएनयू-पीएफ ने कहा कि चिवेंगा का रुख स्पष्ट रूप से राष्ट्रीय शांति को बाधित करने वाला है । और यह उनकी ओर से राजद्रोह संबंधी आचरण की ओर इशारा करता है, क्योंकि इसका मकसद विद्रोह को भड़काना है।  मनांगाग्वा को बर्खास्त किए जाने से पहले उनका मुगाबे की पत्नी ग्रेस (52) से कई बार टकराव हुआ था। ग्रेस को अगले राष्ट्रपति के लिए मनांगाग्वा का प्रतिद्वंद्वी माना जा रहा है।

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हालात खराब होने के मद्देनजर हरारे में अमरीकी दूतावास ने अपने नागरिकों को चेताया है कि 'जारी राजनीतिक अस्थिरता' के कारण वे शरण ले लें। चिवेंगा ने संभावित सैन्य हस्तक्षेप की चेतावनी दी थी। इसके मद्देनजर हरारे के बाहर सशस्त्र वाहनों ने निवासियों को चिंतित कर दिया है।  इस संबंध में टिप्पणी के लिए सेना के प्रवक्ता से बात नहीं हो पाई। इस बीच 'एपी' की खबर के अनुसार हरारे में आज तड़के कम से कम तीन विस्फोट सुने गए। 


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