''ट्रंप की ''अमरीका फ‌र्स्ट'' नीति भारत के लिए नुकसानदेह''

punjabkesari.in Friday, Jan 20, 2017 - 05:01 PM (IST)

वाशिंगटनः  20 जनवरी को अमरीकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर प्रतिष्ठित भारतवंशी चिंतक एश्ले टेलिस ने आगाह किया है। उन्होंने ट्रंप की 'अमपीका फ‌र्स्ट' नीति को भारत के साथ संबंधों के लिए नुकसानदेह बताया है। टेलिस के भारत में अमरीकी राजदूत बनने के कयास लगाए जा रहे हैं। फिलहाल वे शीर्ष अमरीकी थिंक टैंक कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनैशनल पीस में दक्षिण एशिया के फेलो हैं।

मुंबई में पैदा हुए  टेलिस (55) ने कहा कि अमरीका फ‌र्स्ट की नीति भारत-अमरीका के रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकती है। चीन से मिल रही चुनौतियों से निपटने के लिए ट्रंप को भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने चाहिए। एशिया पॉलिसी में प्रकाशित एक लेख में उन्होंने कहा है, 'जॉर्ज डब्ल्यू बुश प्रशासन के समय में भारत उभरती शक्ति था और अमरीका की प्रतिबद्धता संतुलित थी। संबंधों में घनिष्ठता इस आधार पर थी कि दोनों देश चीन के बढ़ने और उससे अमेरिका की प्रधानता व भारत की सुरक्षा को पैदा होने वाले खतरे का सामना कर रहे थे। ओबामा प्रशासन के समय कुछ अच्छे कारणों से यह संबंध और मजबूत हुआ।'

गौरतलब है कि अमरीकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट की एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया था कि ट्रंप प्रशासन टेलिस को भारत में अमरीका का अगला दूत बनाने पर विचार कर रहा है। अभी टेलिस और ट्रंप की टीम ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। टेलिस 2001 से 2003 तक भारत में अमेरिकी राजदूत रॉबर्ट ब्लैकविल के वरिष्ठ सलाहकार के तौर पर काम कर चुके हैं। भारत के साथ परमाणु करार में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।

भावी अमरीकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस इसी साल भारत दौरे पर आ सकते हैं। यह जानकारी उनके करीबी सहयोगी और रिपब्लिकन पार्टी के महत्वपूर्ण भारतवंशी चेहरों में से एक राजू चिंताला ने दी है। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। ट्रंप प्रशासन में दोनों देशों के संबंध और गहरे होंगे। पेंस भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को आगे बढ़ाने और नई दिल्ली की यात्रा को लेकर बेहद उत्सुक हैं।

 


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