अजीबो-गरीब मामला! कोमा में कर ली अलास्का की सैर, याद भी रहा सबकुछ (PICS)

punjabkesari.in Saturday, Jul 18, 2015 - 11:15 AM (IST)

न्यूयॉर्कः कोमा यानी अचेतन अवस्था के बारे में तो आपने सुना ही होगा। यह कुछ दिनों से लेकर सालों तक टूटने वाली गहरी नींद की स्थिति है, जो इससे लौट आते हैं वो ज्यादा कुछ बयां नहीं कर पाते। उन्हें ज्यादातर एक लंबी अंधेरी सुरंग सी स्थिति का ही अनुभव होता है। 

लेकिन कैलिफोर्निया की रहने वाली 18 साल की क्लैर वाइनलैंड का मामला दुर्लभ है। वह दो हफ्ते से ज्यादा कोमा जैसी स्थिति में रही। इस दौरान हुए सारे अनुभव उसे अच्छी तरह याद है। 

इन अनुभवों में सबसे दिलचस्प बात यह है कि उसने अलास्का की सैर की, जहां जाने के बारे में उसने कभी नहीं सोचा था हालांकि ठीक होने के बाद वह हकीकत में अलास्का पहुंची। उनके इस अनुभवों को  क्लैरिटी प्रोजेक्ट नाम के वीडियो में सहेजा गया है। 

दरअसल, कलैर को सिस्टिक फिब्रोसिस नाम की जैनेटिक बीमारी है, जिससे उसके फेफड़े, किडनी, लीवर और आंतें काम करना बंद कर देती हैं। कुछ महीनों से उसकी हालत काफी खराब हो गई थी। तेज बुखार की वजह से उसका ऑपरेशन संभव नहीं था। उसकी जिंदगी बचाने के लिए डॉक्टरों ने उसे कोमा जैसी स्थिति में भेजकर इलाज करने का फैसला किया। 

क्लैर बताती है ''बेड के पास लोगों की बातें मुझे सुनाई देती थी। मैं जवाब भी देती थी, लेकिन शब्द, आवाज में नहीं बदल पाते। मेरे दिमाग में भी गूंजते रह जाते। जब डॉक्टर मुझे पेट के बल पलटते तो मैं खुद को कहीं उलटा लटका हुआ पाती। मैं सीधे होने की कोशिश करती, लेकिन नहीं हो पाती। एक दिन मैंने खुद को अलास्का में पाया। वहां के बर्फभरे नजारे खूबसूरत थे। मैं पूरा दिन वहां घूमी। मैं घंटों तक एक बड़ी सी बिल्डिंग के सामने बैठी रही लेकिन हकीकत में मैंने कभी किसी से अलास्का के बारे में बात भी नहीं की। न ही वहां जाने का सोचा। मेरे शरीर पर रखे आइस पैक से ऐसा हुआ कि ठंड महसूस होते मेरे दिमाग ने मुझे अलास्का पहुंचा दिया।'' 

क्लैर के ठीक होने के बाद उसके माता-पिता उसे अलास्का ले गए। उसके अनुभव जानने के बाद अलास्का के मंत्री ने उसे ''अलास्का डे'' परेड में आमंत्रित किया। यहां उसने सपने में देखी कई जगहों को पहचान भी लिया।

 

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