Pics: इस मंदिर में होता है चमड़ी के रोगों का मुफ्त इलाज

punjabkesari.in Saturday, Mar 14, 2015 - 01:54 PM (IST)

नालागढ़, (शेर सिंह): नालागढ़ शहर में स्थित ऐतिहासिक शीतला माता मंदिर चर्म रोगों जैसे फोड़ा-फुंसी से मुक्ति दिलाने के लिए प्राख्यात है तथा यहां पर हिमाचल, पंजाब व हरियाणा आदि राज्यों के लोग चर्म रोगों से मुक्ति प्राप्त करने के लिए आते है। इस मंदिर में हर साल मई-जून में करीब 4-5 मंगलवारों को मंगला दे मेले लगते है तथा यह इस क्षेत्र का यह प्रसिद्ध मेला लगता है और एक मेले के उपलक्ष्य पर सरकार द्वारा स्थानीय अवकाश भी किया जाता है। चर्म रोगों से मुक्ति पाने के लिए लोग ज्यादातर बच्चे वीरवार को छोडक़र हर दिन इस मंदिर में आते है तथा मंदिर के पुजारी गंगा दास द्वारा झाड़ा लगाकर चर्म रोगों से मुक्ति दिलाई जाती है तथा करीब 3 बार झाड़ा लगाने से चर्म रोग बिल्कुल ही ठीक हो जाता है। मंदिर में चर्म रोगों का ईलाज मुफ्त में किया जाता है तथा जो लोग कहीं पर भी ठीक नहीं होते वे यहां पर आकर ठीक हो जाते है।

मिली जानकारी के अनुसार यह मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना है तथा यहां पर राजाओं के शासनकाल से लगातार हर साल ज्येष्ठ माह (मई-जून) में मंगला दा मेले लगते है। इस मंदिर से लोगों की गहरी आस्था जुड़ी है तथा मेलों के दौरान यहां पर हजारों की ताताद में लोग मथा टेककर सुख समृद्धि की मन्नत मांगते है तथा मन्नतें पूरी होने के बाद मंदिर में आकर मथा टेकते हैं। इन प्रसिद्ध मेलों के दौरान क्षेत्र में जगह-जगह पर भंडारे भी लगाए जाते हैं। नालागढ़ क्षेत्र के निवासी रविंद्र सांख्यान, पिंकी राणा, सुरजीत सिंह, किसन सिंह आदि ने बताया कि चर्म रोगों से ग्रसित लोग मंदिर के पुजारी द्वारा झाड़ा लगाने मात्र से ही ठीक हो जाते है। 

मंदिर के पुजारी बाबा गंगा दास ने बताया कि मंदिर में कई सौ वर्ष पूर्व से लगातार मंगला दे मेले लगते है तथा मेले के दौरान लोग नई फसल का अनाज व गुलगुले मंदिर में चढ़ाते है। उन्होंने बताया कि मंदिर में सच्चे मन से मन्नत करने वाले हर शख्श की मन्नत पूरी होती है तथा चर्म रोगों से मुक्ति मिलती है।

 

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