प्रैग्नेंसी के बाद यूं घटाएं अपना वजन?

punjabkesari.in Thursday, Sep 17, 2015 - 01:33 PM (IST)

मां बनना बड़ा ही सुखद एहसास होता है। प्रेगनेंसी के नौ महीने किसी भी महिला के लिए बेहद संवेदनशील होते हैं। इस दौरान उसके स्वास्थ्य, व्यवहार आदि से जुड़े कई बदलाव होते हैं। वजन का बढ़ जाना इनमें से एक है। पोस्ट-प्रेग्नेंसी वेट लॉस इस बात पर भी डिपेंड करता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान आपने अपनी केयर कैसे की है। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आप हेल्दी डाइट लेंगी, तो आपका वजन इतना बढ़ेगा भी नहीं। 

मलाइका अरोड़ा खान, लारा दत्ता, शिल्पा शेट्टी, सोनाली बेंद्रे, ट्विंकल, करिश्मा कपूर ये कुछ ऐसी यमी ममीज हैं, जो बेबी होने के कुछ दिनों बाद ही ओरिजनल बॉडी शेप में लौट आईं। इन्होंने प्रूव कर दिया है कि अगर महिलाएं चाहें तो डिलिवरी के बाद भी सैक्सी फिगर मेनटेन रख सकती हैं। यही वजह है कि अब बाकी महिलाएं भी उनकी तरह बनना चाहती हैं। 

ब्रैस्‍टफीडिंग की अवधि के दौरान डाइटिंग की सलाह नहीं दी जाती। बेबी बर्थ के दौरान बॉडी से कैल्शियम और न्यूट्रिशंस निकल जाते हैं, इसलिए इस समय आपको अपनी स्ट्रेंथ को रीगेन करने पर भी ध्यान देना होगा, जिसके लिए आपको हैल्दी डाइट लेनी होगी।

डिलिवरी के शुरू के तीन महीनों में महिला की बॉडी का बेसल मेटाबॉलिक रेट (बीएमआर) हाई रहता है, जिस वजह से उस दौरान वेट घटाना सबसे आसान होता है। इसलिए अगर इन दिनों का फायदा उठा लिया जाए, तो बाद में इसे मेनटेन करना मुश्किल नहीं होता।

- ब्रैस्‍टफीडिंग करवाने से 500 कैलोरी रोजाना बर्न होती है। इसलिए अगर आप अपने शिशु को ज्‍यादा देर तक स्‍तनपान करवाएंगी, आपकी कैलोरी उतनी ही ज्‍यादा बर्न होगी। 

- सुबह नींबू-पानी पिएं। इससे बॉडी का डिटॉक्सिफिकेशन होता है। इसमें आप शहद भी मिला सकती हैं। 

- जब आप ब्रैस्टफीड कराती हैं, तो आपकी तरल पदार्थों की आवश्‍यकता बढ़ जाती है। रोजाना 10 से 12 गलास पानी पिएं। पानी अवांछित विषैले तत्वों को निकालता है, जिससे वज़न कम होना आसान हो जाता है। 

- हर्बल और ग्रीन टी पीने की आदत डालें। सुबह उठते ही यदि आप चाय पीने की आदी हैं तो ग्रीन टी पिएं। इसमें एंटी ऑक्सीडैंट होते हैं, जो दिल के लिए फायदेमंद हैं और वजन कम करने में भी मदद करते हैं।

- वजन घटाने के लिए सही वक्त पर सही खाना बेहद जरूरी है। कोई भी खाना छोड़ें नहीं। तीन प्रॉपर मील और बीच में दो स्नैक्स जरूर लें। नाश्ता हैवी करें और दोपहर में कम कैलोरी और रात में बहुत हल्का भोजन करें। स्‍नैक में हमेशा पौष्‍टिक चीज़ें खाएं जैसे, ड्राई फ्रूट्स, पॉपकार्न, वीट बिस्‍कुट इत्यादि। ड्राई फ्रूट्स में ओमेगा थ्री फैटी एसिड होता है, जिससे वजन  काबू में रहता है। फास्‍ट फूड और सड़क किनारे का भोजन खाने से बचें।

- भोजन में गेहूं के आटे की चपाती लेना बंद करके जौ-चने के आटे की चपाती लेना शुरू कर दें। 10 किलो चना व 2 किलो जौ मिलाकर पिसवा लें और इसी आटे की चपाती खाएं। इससे सिर्फ पेट और कमर ही नहीं सारे शरीर का मोटापा कम हो जाएगा।

- खाने में ऊपर से नमक न मिलाएं। नमक शरीर में पानी को रोकता है, इसलिए ज्यादा नमक से बचना चाहिए। दिन भर में पांच ग्राम ( करीब एक चम्मच ) नमक काफी होता है। इसमें सब्जी आदि में डाला गया नमक भी शामिल है। 

- यदि आप डिनर की शुरुआत सूप से करते हैं तो यह आपका मोटापा कम करने में कारगर सिद्ध होगा। सूप की खासियत यह होती है कि यह आपको भूख से तृप्ति दिलाता है और भोजन की चाहत को कम करता है। डिनर रात में 8 बजे तक कर लेना चाहिए। राजमा-चावल जैसी चीजें रात में नहीं खानी चाहिए क्योंकि ये आसानी से पचती नहीं हैं। 

- खाना खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं, बल्कि  एक घंटे का अंतराल जरूर रखें। खाने के बाद गुनगुना पानी ही पिएं। इससे पाचन तंत्र ठीक तरह काम करता है और शरीर में मौजूद अतिरिक्त फैट कम होती है। 

- भोजन में फाइबर को शामिल करें। फाइबर की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल व सब्जियां खाएं, इससे वजन कम होता है। सब्ज़ियां और फल विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत हैं। पत्‍तेदार सब्ज़ियां फ़ॉलिक एसिड से भरपूर होती हैं। संतरा और कीवी जैसे सिट्रिक फ्रूट्स में पाया जाने वाला विटामिन सी फैट को खत्म करता है।

- कोई भी वर्कआउट बिना डॉक्टर की इजाजत के न करें। डिलवरी के बाद हमेशा लाइट एक्‍सरसाइज से शुरुआत करनी चाहिए। अपने बच्‍चे को रोजाना 10 मिनट की वॉक पर ले कर जाएं और धीरे-धीरे वॉक को 10 मिनट से 20 मिनट की करें। 

- अगर आपने ऑफिस जाना शुरू कर दिया है तो अपनी कार या स्‍कूटी को पार्किंग वाली जगह से कुछ दूर पर खड़ा करें और वर्क प्लेस तक पैदल जाएं। लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करें।


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