करियर प्लानिंग करते समय इन बातों पर जरुर दें ध्यान, मिलेगी सफलता

punjabkesari.in Friday, May 19, 2017 - 07:28 PM (IST)

नई दिल्ली : हर युवा के जीवन में सही करियर चुनने का समय आता है। सही फैसला लेने के लिए अपने व्यक्तित्व की परख होनी जरूरी है। असल दुनिया में जब आप सफल लोगों से मिलते हैं तो आप देखेंगे कि सबके सब डॉक्टर या इंजीनियर नहीं होते, उनमें कुछ पत्रकार होते हैं, कुछ मनोवैज्ञानिक तो कुछ शेफ। कुछ ने सिर्फ बीए या बीकॉम किया होता है। कुछ बिना किसी औपचारिक योग्यता के ही मिलेंगे। इसका यह अर्थ हुआ कि उन्होंनें करियर चुना, वे उससे जुड़े रहें और अपनी मंजिल तक पहुंच गए।

सावधान और सतर्क रहें
आप जो विषय पढ़ाई के लिए चुनते हैं, वह पूरे जीवन को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। तो क्या गलत चयन जीवन को तबाह कर सकता है! जिंदगी हमें अपने गलत फैसलों को ठीक करने का मौका देती है और कई बार ऐसा मौका हमारे जीवन की दिशा ही बदल देता है।यदि आप सावधान और सतर्क हैं तो उन अवसरों में से कुछ को लपक कर उनका भरपूर दोहन कर सकते हैं। लोगों के दिमाग में सबसे बड़ा सवाल होता है, कि हमारे जीवन में कोई अवसर आता है तो कैसे पहचानें कि यही है वह मौका जिसका हमें इंतजार है।  कैरियर काउंसलिंग का विज्ञान और कला इसी पर निर्भर है कि हर व्यक्ति के जीवन में वह मोड जरूर आता है, जो उसे उसकी सपनों की मंजिल तक ले जा सकता है।

दिमाग से काम लें
करियर प्लानिंग का फैसला करने की दिमाग खपाऊ प्रक्रिया से कदम पीछे हटाएं और दूसरी चीजों के बारे में सोचें। मिसाल के तौर पर आप कैसे जानें कि कोई ड्रेस आप पर एकदम फिट बैठती है और आपको सूट भी करती है। हम लोगों में से अधिकतर ने कभी न कभी खुद को शीशे में निहारते हुए कई घंटे बिताए होंगे, एक ड्रेस खरीदने के लिए कई दुकानों पर भटके होंगे और देखा होगा कि हम पर कौन-सा रंग खिलता है या कौन-सी ड्रेस फबेगी। हम कोशिश करते हैं कि वह ड्रेस न पहनें, जो हमारे दोस्त पहनते हैं, बल्कि कई तो उनसे अलग दिखने की कोशिश करते हैं, इतना प्रयास बस एक ड्रेस के लिए, जिसे हम जीवन में कुल 20-30 बार पहनेंगे। लेकिन जब करियर चुनने का मौका आता है तो हम उसी को लपकने की मानसिकता रखते हैं, जिसके पीछे सब भाग रहे होते हैं, उन्हीं संस्थानों में दाखिला चाहते हैं, जहां हमारे दोस्त जा रहे हैं। अपनी ताकत, कमजोरी, जुनून और रुचियों का विश्लेषण करने की जहमत नहीं उठाते। हम विश्लेषण करने की जहमत नहीं उठाते। हम विश्लेषण करने वाली मानसिकता रखना ही नहीं चाहते, अपनी अलग शख्सियत ही नहीं चाहते, और 'उस खास कैरियर' तक पहुंचने से पहले कई जगह हाथ आजमाना चाहते हैं।

पहचानें खुद को
उस कैरियर की पहचान करना क्यों जरूरी है, जिसमें हम साधिकार आगे बढ़ सकते हैं! आखिर कैरियर ऐसी चीज है जिससे आप जिंदगी भर न सही, लेकिन कुछ सालों तक दिन में कम से कम आठ घंटे, साल में 365 दिन तो जुड़े ही रहेंगे। तो ऐसा कैरियर चुनें, जो आपके व्यक्तित्व से मेल खाता हो। व्यक्तित्व भी दूसरी चीजों के अलावा, दिलचस्पियों और जुनूनों से बनता है। दिलचस्पी और जुनून आपके कौशल और प्रतिभा के सफल प्रयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आपकी दिलचस्पी भवनों और स्थापत्य कला में है और स्थान का उपयोग आप करना जानते हैं तो एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर की बजाए सिविल इंजीनियर के रूप में अधिक सफल रहेंगे। इसी तरह यदि आप लोगों से मिलना-जुलना पसंद करते हैं, उन्हें मोटीवेट 'प्रेरित' कर सकते हैं, उनके साथ काम करना पसंद है, उनके साथ बातों में आनंद आता है तो आप एचआर मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर, प्रशिक्षक, शिक्षक, काउंसलर, टूर गाइड जैसे कैरियर में सफल हो सकते हैं।

सीखकर ही बनें दक्ष
हर व्यक्ति में कुछ जन्मजात खूबियां होती हैं, जो हमारे जीवन का आधार बनती हैं। कुछ लोग इसे फ्लेयर का नाम देते हैं तो कुछ टेलेंट यानी प्रतिभा, हम कॅरियर काउंसलर इसे किसी चीज के लिए एप्टीट्यूड की संज्ञा देते हैं। क्या इसका यह अर्थ हुआ कि जो गुण हमें प्रकृति ने नहीं दिए, हम उन्हें विकसित नहीं कर सकते? सौभाग्य से इसका जवाब नहीं है। हमें जो पैदाइशी प्रतिभा मिली है, उसे हम तराश कर धारदार बना सकते हैं। थोड़े प्रयास से हम नई योग्यता और कौशल भी विकसित कर सकते हैं, जो हमें बहुमुखी प्रतिभा का स्वामी बनाएंगे। हम जानते हैं कि कुछ छात्रों का एक ही लक्ष्य होता है, मैं अमीर और सफल बनना चाहता हूं। दूसरे भी 40 साल की उम्र में रिटायर होने की बात करते हैं।लेकिन अपने सपने और जुनून पूरे करने की दीवानगी का सिनेमा की फंसाती भरी दुनिया में ही महिमा मंडन होता आया है, लेकिन असल दुनिया में पांच सितारा जीवन शैली दे सकने वाला सुरक्षित कैरियर ही अधिकतर युवाओं की चाह होते हैं।
 


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