IAS एग्जाम की तैयारी कर रहे तो भूल कर भी ना करें यह गलतियां

punjabkesari.in Tuesday, Aug 29, 2017 - 12:41 PM (IST)

नई दिल्ली : देश की सबसे कठिन परीक्षा माने वाले  सिविल सर्विसेज परीक्षा की तारीख नजदीक आ रही है। एग्जाम की तैयारी कर रहे युवाओं के पास काफी कम समय बचा है परीक्षा की तैयारी करने के लिए ऐसे में जरूरी है कि आप इस आखिरी वक्त का उपयोग रिवीजन के लिए करें। IAS बनने के लिए लाखों छात्र परीक्षा देते हैं। पर सफल बस कुछ ही हो पाते हैं। परीक्षा में हिस्सा लेने वाले परीक्षार्थी आमतौर पर कुछ गलतियां करते है जो उनकी सफलता के बीच पहाड़ बन कर खड़ी हो जाती है। अगर आप भी  IAS परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो भूल कर भी यह गलतियां ना करें । 

बहुत अध‍िक किताबें पढ़ना
इस परीक्षा के लिए स्टडी मटेरियल व्यापक है और बेहतर तैयारी कराने का दावा करने वाली किताबों की भी बाजार में भरमार है। हर टॉपिक पर सैंकड़ों किताबें और हजारों नोट्स उपलब्‍ध हैं। ऐसे में परीक्षार्थियों के लिए तय करना बहुत मुश्किल हो जाता है कि वे कौन-सी किताब पढ़ें। आईएएस परीक्षा की तैयारी के लिए केवल तथ्यों को जानना पर्याप्त नहीं होता, हर टॉपिक का विश्लेषण अहम होता है। किताबें कितनी भी अच्छी हों, वे आपको तथ्य बताएंगीं। विश्लेषण आपको अपनी क्षमता के अनुसार करना है।  किसी एक अच्छी किताब को ही बार-बार पढ़ने से आप बेहतर विश्लेषण करने की स्थिति में रहेंगे। इसके इलाव बीते साल के प्रश्न पत्र को न देखना भी एक बड़ी गलती है। पिछले साल या पिछले कुछ वर्षों के प्रश्न पत्रों से परीक्षा के पैटर्न और सवालों का अंदाजा लगाया जा सकता है। 

टाइम मैनेजमेंट 
IAS की सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है कि आपने तैयारी के लिए टाईम को कैसे मैनेज किया है। समय की रणनीति आपकी कुछ ऐसी होनी चाहिए, जिसमें तैयारी के बाद रिवीजन का भी पर्याप्त वक्त बचे। पर ज्यादातर छात्र परीक्षा के दिन तक तैयारी में ही जुटे रहते हैं। उनके पास रिवीजन के लिए वक्त ही नहीं बचता।

पढ़ा, मगर लिखा नहीं
इसकी तैयारी के लिए बहुत अध‍िक सामग्री पढ़नी होती है। जो पढ़ा, उसे रिवाइज करना होता है सो अलग। मगर केवल पढ़ना ही पर्याप्त नहीं होता। यह तो परीक्षा की तैयारी का एक हिस्सा भर है। पढ़ने से आपके पास ज्ञान का भंडार आ जाता है मगर सिविल सर्विसेज परीक्षा केवल ज्ञान की परीक्षा नहीं है। यह आपकी सोचने, समझने, विश्लेषण करने की क्षमता तथा आपकी तार्किकता व समय प्रबंधन की भी परीक्षा होती है। मेन एग्जाम में आपको औसतन 1500 शब्द प्रति घंटा की दर से कुल 27 घंटे लिखना होता है। जाहिर है, ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि आपको कम समय में अध‍िक लिखने का अच्छा अभ्यास हो।

अखबारों पर ही निर्भर रहना
अखबार आईएएस परीक्षा की तैयारी की रीढ़ होते हैं। ये करंट अफेयर्स, विशेषज्ञों की राय व विश्लेषण जानने के बेहतरीन स्रोत होते हैं। प्रिलिमनरी एग्जाम का काफी बड़ा भाग व मेन्स के दूसरे व तीसरे पेपर के व्यापक हिस्से सीधे-सीधे अखबार से जुड़े होते हैं। इंटरव्यू में भी करंट अफेयर्स से जुड़े प्रश्न पूछे ही जाते हैं। इसे देखते हुए अनेक परीक्षार्थी कई-कई घंटे अखबार पढ़ते हैं और हर खबर, हर विचार व हर विश्लेषण को विस्तार से पढ़ते हैं। बेशक अखबार पढ़ाई में मददगार हैं लेकिन आपको इनमें चुनिंदा समाचार, विचार व विश्लेषण पढ़ने पर ही जोर देना चाहिए। 

पढ़ाई ज्यादा, नींद कम
सिविल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी के लिए कई-कई घंटे पढ़ाई करना अपरिहार्य है मगर हर चीज की एक हद होती है। एक सीमा से अध‍िक पढ़ते रहने से दिमाग की क्षमता घटने लगती है। अध‍िक पढ़ने के फेर में कई युवा अपनी नींद के समय में कटौती कर देते हैं।  पर्याप्त नींद न लेने और घंटों-घंटों पढ़ते रहने से फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता है। आपने जो भी ज्ञान प्राप्त किया, उसे पूरी तरह जज्ब करने के लिए नींद पूरी करना जरूरी होता है। 


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