मनचाहा प्यार पाने के लिए सिंगल्स अपनाएं खास टिप्स

punjabkesari.in Wednesday, Oct 25, 2017 - 12:52 PM (IST)

हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण संस्कार है विवाह, इसके उपरांत महिला-पुरूष का गृहस्थ जीवन आरंभ होता है। कुछ लोगों की शादी में किसी न किसी कारण से विलंब होता जाता है। कई बार तो अविवाहित लड़के या लड़की की सभी परिस्थितियां बहुत अच्छी होती हैं, फिर भी विवाह नहीं हो पाता तो ऐसे में काफी हद तक वास्तु संबंधित बाधाएं भी हो सकती हैं। जिसकी वजह से विवाह में अड़चने आने लगती हैं। कुंवारे यदि कुछ टिप्स को फोलो करें तो होगी चट मंगनी पट ब्याह


काला रंग कुंवारों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। अत: इस रंग के वस्त्र जहां तक हो सके कम ही पहनें। ज्योतिष विद्वान मानते हैं की काला रंग शनि, राहू और केतु का प्रतिनिधित्व करता है, यह विवाह के बाधक माने जाते हैं।


विवाह योग्य लड़के-लड़कियों को गहरे रंग वाले कमरों में नहीं सोना चाहिए। दीवारों का रंग चमकीला गुलाबी, पीला होना शुभ माना जाता है और ऐसी जगह पर नहीं सोएं जहां बीम लटका हुआ द‌िखाई दे।


कुंवारों को अपना ब‌िस्तर इस तरह रखना चाह‌िए ताक‌ि सोते समय पैर उत्तर और स‌िर दक्ष‌िण द‌िशा में हो। 


यदि विवाह प्रस्ताव में व्यवधान आ रहे हैं तो विवाह वार्ता के लिए घर आए अतिथियों को इस प्रकार बैठाएं कि उनका मुख घर के अंदर की ओर हो और उन्हें घर का दरवाजा दिखाई न दे। ऐसा करने से बात पक्की होने की संभावना बढ़ जाती है।


किसी भी घर के मध्य में सीढ़ियां होना भी विवाह में देरी का एक कारण है इसलिए वास्तु के मुताबिक घर का मध्य हमेशा खाली रखना चाहिए।


तांबे का एक चौकोर टुकड़ा जमीन में दबा देने से सूर्य बाधाएं समाप्त हो जाएंगी और  विवाह के योग बनने लगेंगे।


प्रत्येक सोमवार कुंवारियों को सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढ़ाना चाहिए। 


श्रीगणेश को मालपुए का भोग लगाने से मनचाहा जीवनसाथी पाने की मंशा पूर्ण होती है।


पूर्णिमा के दिन वट वृक्ष की 108 परिक्रमा करने से विवाह बाधा दूर होती है। 


लड़के विवाह की बाधा को दूर करने के लिए श्रीकृष्ण के नाम की माला का 108 बार जाप करें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News