विजया एकादशी व्रत: पारण समय के साथ जानें महत्व
punjabkesari.in Tuesday, Feb 21, 2017 - 12:14 PM (IST)
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष का विजया एकादशी व्रत 22 फरवरी को होगा। यह एकादशी व्रत अपने नाम के अनुकूल ही प्रत्येक कार्य में विजय दिलाने वाला है। इस व्रत का पालन करने से जीव के सभी कष्ट एवं परेशानियां जहां मिट जाती हैं वहीं उसे प्रत्येक कार्य में सफलता भी प्राप्त होती है। इस व्रत में भगवान विष्णु जी का विधिवत् पूजन करने का विधान है। पद्म पुराण के अनुसार भगवान श्री राम जब 14 वर्ष के वनवास के लिए जंगल में गए और वहां रावण ने सीता माता का हरण कर लिया तो भगवान श्री राम ने महर्षि वकदालभ्य जी के आदेशानुसार लंका पर विजय पाने की कामना से विजया एकादशी व्रत किया जिससे उन्हें रावण के साथ हुए युद्ध में सफलता प्राप्त हुई थी।
अमित चड्डा के अनुसार जो भक्त सच्चे मन से एकादशी व्रत करते हैं उन पर प्रभु की अपार कृपा सदा बनी रहती है। व्रत की रात्रि को मंदिर में दीपदान करने और तुलसी पूजन की भी शास्त्रों में अत्यधिक महिमा वर्णित है। व्रत का पारण 23 फरवरी को प्रात: 9.57 से पहले करें।
प्रस्तुति: वीना जोशी, जालंधर
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