विदुर नीति:इन कामों होती है उम्र कम, बनाकर रखें दूरी

punjabkesari.in Monday, Jun 19, 2017 - 11:24 AM (IST)

इस संसार जो भी इंसान या जीव आया है उसकी मृत्यु निश्चित है। कोई नहीं जानता कि उसकी मृत्यु कब होनी है। लेकिन कई बार भाग्य में लंबी उम्र होने के बाद भी व्यक्ति छोटी आयु में ही मृत्यु की आगोश में चला जाता है। विदुर नीति में इसके पीछे के कारण बताए गए हैं। नीति में ऐसे कारणों का उल्लेख किया गया है, जिससे इंसान की उम्र कम होती है। 

श्लोक-
अतिमानोअतिवादश्च तथात्यागो नराधिप।
क्रोधश्चात्मविधित्सा च मित्रद्रोहश्च तानि षट्।।
एत एवासयस्तीक्ष्णा: कृन्तन्यायूंषि देहिनाम्।
एतानि मानवान् घ्नन्ति न मृत्युर्भद्रमस्तु ते।।


जो व्यक्ति बेकार की बातें करता है अर्थात अधिक बोलता है, वह सत्य का साथ न देते हुए ऐसी बातें बोलता है जिसका परिणाम बुरा होता है। इसलिए अधिक शब्दों का प्रयोग न करके वाणी को संयमित रखना चाहिए क्योंकि असंयमित वाणी से भी आयु कम होती है।

अधिक गुस्सा होने से भी व्यक्ति की आयु कम होती है। अधिक गुस्से में व्यक्ति कई बार ऐसे गलत काम कर बैठता है। जिसके परिणाम भविष्य में सासने आते हैं। गुस्से को नर्क का द्वार भी कहा जाता है। 

लालची व स्वार्थी व्यक्ति हर समय अपने बारे में ही सोचता रहता है। वह अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकता है। स्वार्थी इंसान अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को नुक्सान पहुंचाने से भी नहीं कतराता। इंसान का स्वार्थ अौर लालच ही उसकी आयु कम करता है। 

किसी भी इंसान को खुद से छोटा नहीं मानना चाहिए। घमंडी इंसान मौका मिलते ही दूसरों का अपमान करने से नहीं चूकते। विदुर नीति के अनुसार इंसान की इसी आदत के कारण उसकी उम्र कम होती है। 

समाज में सुख अौर शांति से जीवन यापन करने के लिए व्यक्ति में त्याग अौर समर्पण की भावना होनी चाहिए। जिन लोगों के मन में त्याग की भावना नहीं होती उनकी मृत्यु शीघ्र हो जाती है।


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