महिलाएं इन बातों का रखें ध्यान, घर में धन-धान्य की होगी बरसात

punjabkesari.in Tuesday, May 23, 2017 - 01:32 PM (IST)

वास्तु के अनुसार महिलाएं घर की लक्ष्मी अौर घर में मौजूद ऊर्जा का मूल स्त्रोत होती हैं। उनके द्वारा किए कार्यों से घर में सौभाग्य अौर दुर्भाग्य का आगमन होता है। कई बार महिलाएं ऐसे कार्य कर बैठती हैं, जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा अौर आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। यदि वास्तु के कुछ नियमों अौर बातों पर अमल किया जाए तो घर में सुख-शांति, समृद्धि अौर सकारात्मकता बनी रह सकती है। 

घर में स्वस्छता होने से सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। यदि घर का कोई हिस्सा गंदा या अस्वच्छ हो तो पारिवारिक सदस्यों को दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है। इसलिए घर को साफ-सुथरा रखना चाहिए। 

वास्तु के अनुसार महिलाअों को घर की सफाई करने के तुरंत बाद स्नान कर लेना चाहिए। सफाई के बाद अस्वच्छ रहना भी वास्तु में गलत माना गया है। इससे रोग अौर नकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति की अोर अाकर्षित होती है। 

हिंदू धर्म व वास्तु में भी माना गया है कि भोजन बनाने से पूर्व स्नान कर लेना चाहिए। स्नान के बाद भोजन बनाने से घर में अच्छी सेहत अौर सकारात्मकता में वृद्धि होती है। 

घर में खाना बनाने के बाद किसी भी सदस्य के भोजन करने से पहले भगवान को भोग लगाएं। घर के मंदिर में भोजन की थाली रख दें। उसके बाद उस भोजन को सारे खाने में मिलाकर घर के सदस्यों को खिला दें।

सूर्यास्त के बाद महिलाअों को कंघी नहीं करनी चाहिए। शाम के समय कंघी करना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।

पारिवारिक सदस्यों का बार-बार गुस्सा होना अौर चिढ़ना घर में नकारात्मकता लेकर आता है। खासकर महिलाअों का बार-बार गुस्सा होना घर में अशांति अौर बेडलक फैलाता है। 

घर के दक्षिण-पश्चिमी कोने में पानी के किसी भी स्त्रोत को न रखें। इससे धनहानि की संभावनाएं बढ़ती है। जल का स्त्रोत उत्तर-पूर्वी कोने में होना अच्छा होता है।

वास्तु के अनुसार घर का उत्तर-पूर्वी हिस्सा बहुत पवित्र माना जाता है। इस स्थान को सदैव साफ-सुथरा अौर प्रकाशमय रखना चाहिए। 

घर के बीच का हिस्सा बहुत पवित्र होता है। घर की महिलाअों को इस स्थान में सदैव सफाई अौर रोशनी रखनी चाहिए। इसके साथ इस स्थान पर मंदिर भी बना सकते हैं। 


 


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