श्री कृष्ण कृपाधाम में 4 से 6 अक्तूबर को मनाया जाएगा शरद पूर्णिमा महोत्सव

punjabkesari.in Wednesday, Oct 04, 2017 - 11:02 AM (IST)

आज पुन: आवश्यकता है ऐसी ही वंशीनाद ध्वनि की जो दुर्भावनाओं को दूर करके सद्भावनामय वातावरण बनाए, नीरसता को दूर करके सरसता का माहौल बनाए। शरद पूर्णिमा अपनी पर्व परम्परा का एक ऐसा उत्सव है जो सीधा तीर्थ शिरोमणि श्री वृंदावन के भावरस से जुड़ा हुआ है। भगवान कृष्ण का वंशीनाद प्रेमभाव और सद्भाव का परिचायक है। शरद पूर्णिमा की रात्रि में श्री कृष्ण के उसी वंशीनाद ने वृंदावन धाम के माध्यम से समूचे वातावरण में प्रेम की दिव्यता को ही बिखेरा था।


श्री कृष्ण कृपाधाम वृंदावन में महामंडलेश्वर गीतामनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के सान्निध्य में 21 वर्षों से शरद पूर्णिमा महोत्सव यहां के वर्षिक उत्सव के रूप में उत्साह एवं उल्लास से आयोजित होता है जो इस वर्ष 4 अक्तूबर से 6 अक्तूबर तक हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस उत्सव में जहां राष्ट्र के अनेक संतों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, वहीं सत्संग, सेवा, स्वच्छता और भजनभाव शरद पूर्णिमा उत्सव को गरिमा प्रदान करते हैं।


शरद पूर्णिमा का उत्सव हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 4 अक्तूबर से 6 अक्तूबर तक श्री कृष्ण कृपाधाम वृंदावन के संस्थापक ब्रज मंडलाधीश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की अध्यक्षता में मनाया जाएगा जिसमें राष्ट्र के अनेक महान संत, जगतगुरु, शंकराचार्य, स्वामी दिव्यानंद तीर्थ जी महाराज, स्वामी गुरशरणानंद जी महाराज एवं साध्वी ऋतम्भरा जी इत्यादि संतों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति भी शरद पूर्णिमा उत्सव में रहेगी। जहां एक ओर सत्संग के कार्यक्रम रहेंगे वहीं 5 अक्तूबर को प्रात: पांच बजे से श्री वृंदावन धाम की परिक्रमा और नि:शुल्क चिकित्सा शिविर, विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया जाएगा।


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