सितारों की टेढ़ी चाल: 18 सितम्बर से विश्व भर में लोगों की पीड़ा व परेशानी बढ़ेगी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 12, 2017 - 08:27 AM (IST)

देव गुरु बृहस्पति आज दैत्य गुरु शुक्र की तुला राशि में प्रवेश करेंगे। 13 अक्तूबर को मंगल कन्या राशि में आ जाएंगे। 26 अक्तूबर को शनि पुन: धनु राशि में होंगे। मंगल पर शनि और केतु की दृष्टि 26 अक्तूबर से शुरू होगी। 


कनाडा के ज्योतिषी प्रो. पवन कुमार शर्मा के अनुसार शनि अग्रि राशि, धनु और केतु के मूला नक्षत्र में आकर महाविस्फोटक प्लूटो से युक्त हो जाएंगे। 13 अक्तूबर को मंगल कन्या राशि और सूर्य के नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी में आ जाएंगे इसलिए विश्व भर में भयंकर भूकम्पों से जानमाल की व्यापक हानि होने की आशंका है। 11 अक्तूबर को मंगल, शनि, राहु और केतु सभी ग्रह 28 डिग्री पर होंगे। शनि और मंगल एक-दूसरे को एक ही डिग्री से देख रहे होंगे, इसलिए ग्रह चाल का अशुभ प्रभाव 6 अक्तूबर से शुरू हो जाएगा जोकि 2 मई 2018 तक बना रहेगा। 


6 अक्तूबर 2017 से 29 नवम्बर 2017 तक का समय अत्यंत घातक सिद्ध होगा। 12 से 25 नवम्बर 2017 के बीच भयंकर भूकम्पों से व्यापक तबाही होने की आशंका है। भयंकर वाहन दुर्घटनाओं का भी भय है। 


उन्होंने कहा कि 18 सितम्बर 2017 से 2 मई 2018 तक सौरमंडल में कालसर्प योग बनने से चंद्र को छोड़कर सभी ग्रह राहु-केतु से ग्रसित रहेंगे। कुंभ से लेकर मिथुन तक 5 राशियों में चंद्रमा के सिवा और कोई ग्रह 18 सितम्बर से 2 मई के बीच संचार नहीं करेगा। राहु, केतु, शनि और मंगल में से किसी पर भी देव ग्रह बृहस्पति की दृष्टि नहीं रहेगी। मंगल पर केतु और शनि की दृष्टि होगी जिससे स्कूलों व विश्वविद्यालयों पर आतंकी हमलों में नौजवान वर्ग को निशाना बनाया जा सकता है। जनता कष्ट में रहेगी। हिंसा भड़कने की भी आशंका है। जनता क्रोधित होकर कोई बड़ा आंदोलन शुरू कर सकती है। 


12 से 25 नवम्बर के बीच भयंकर भूकम्पों से विश्व में कई देशों को भारी हानि का सामना करना पड़ेगा। मिथुन और कन्या राशि पर मंगल, केतु व शनि के शुभ प्रभाव के कारण पत्रकारों, सम्पादकों व मीडिया से जुड़े कर्मचारियों पर आक्रमण होने की आशंका है, उन्हें अपने आपको सुरक्षित रखना होगा। घातक रासायनिक हथियारों से जानमाल की हानि होगी। सुनामी व प्रतिकूल मौसम से भी तबाही के संकेत हैं। 


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