रोहिणी पर्व कल: पति के लंबे जीवन हेतु इस मुहूर्त में करें पूजन

punjabkesari.in Friday, Feb 23, 2018 - 10:20 AM (IST)

शनिवार दि॰ 24.02.18 को शनिवारीय फाल्गुन रोहिणी पर्व मनाया जाएगा। रोहिणी पर्व और व्रत महिलाओं द्वारा पति के लंबे जीवन हेतु मनाया जाता है। रोहिणी व्रत का संबंध रोहिणी नक्षत्र से है जो हर महीने में एक बार आता है। भ्रचकर की सारिणी के सताईस नक्षत्रों में से रोहिणी चौथा नक्षत्र है। रोहिणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र व इनके पति चंद्र तथा देवता ब्रह्मा हैं। रोहिणी चंद्रमा की सबसे सुंदर और प्रिय पत्नी है। रोहिणी को वृष राशि का मस्तक कहा जाता है। माह में जिस दिन सूर्योदय के समय रोहिणी नक्षत्र रहता है उस दिन रोहिणी पर्व मनाया जाता है। रोहिणी नक्षत्र में घी, दूध, जामुन का दान करने का विधान है। जामुन के वृक्ष को रोहिणी नक्षत्र का प्रतीक माना गया है। शनिवारीय फाल्गुन रोहिणी पर्व महालक्ष्मी, भगवान कृष्ण व चंद्रदेव को समर्पित है। इस पूजन में किसी प्रकृतिक जल स्रोत का पूजन किया जाता है। रोहिणी पर्व के विधिवत पूजन से सभी प्रकार के दुखों और गरीबी से छुटकारा मिलता हैं। रोहिणी नक्षत्र के पारण रोहिणी नक्षत्र समाप्त होने पर और मृगशीर्ष नक्षत्र के आने पर किया जाता है।


विशेष पूजन विधि: श्रीकृष्ण का विधिवत पूजन करें। तिल के तेल का दीप जलाएं, लोहबान से धूप करें, लाल फूल चढ़ाएं। रक्त चंदन चढ़ाएं। दूध में शहद, तिल व तुलसी पत्र मिलकर भोग लगाएं तथा तुलसी की माला से इस विशेष मंत्र का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद भोग को जल प्रवाह करें।


पूजन मुहूर्त: प्रातः 08:30 से प्रातः 09:30 तक।
पूजन मंत्र: ॐ श्रीं श्रीधराय त्रैलोक्यमोहनाय नम:॥


उपाय
दुखों से मुक्ति पाने हेतु किसी जलाशय में दूध से अभिषेक करें।


जीवनसाथी की लंबी आयु हेतु लक्ष्मी मंदिर में बादाम चढ़ाएं।


दरिद्रता से मुक्ति हेतु श्रीकृष्ण पर चढ़े सूखे जामुन जलप्रवाह करें।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

 


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