11 मुट्ठी मिट्टी हटाने पर यहां प्रकट हुई थी हनुमानजी की प्रतिमा

punjabkesari.in Sunday, Dec 17, 2017 - 02:45 PM (IST)

भारत विभिन्नताओं को देश है। यहां अनेक धर्मों के लोग रहते हैं इसलिए यहां अनगिनित धार्मिक स्थल हैं । लेकिन हिंदू देवी-देवताओं के मंदिर न केवल भारत  ल्कि पूरी दुनिया में आदि में पाए जाते हैं। आज जानतें हैं कि पाकिस्तान में एक एेसे हनुमान मंदिर के बारे में जिससे भारतीय लोगों की आस्था जुड़ी है ।


हनुमान जी के मंदिर दुनियाभर में मौजूद हैं। जिनमें से कई मंदिरों का निर्माण कुछ वर्षों पहले हुआ है और कई मंदिर लाखों वर्षों से बसे हुए हैं। हनुमान जी का ऐसा ही एक मंदिर है पाकिस्तान के कराची शहर का पंचमुखी हनुमान मंदिर है। कराची के इस हनुमान मंदिर का इतिहास बहुत ही पुराना है। कहा जाता है कि इस मंदिर की पंचमुखी हनुमान मूर्ति लगभग हजारों साल पुरानी है। यहां पर इस जगह को लेकर मान्यता भी प्रचलित है कि यहां श्री राम के भी चरण पड़ थे। अविभाजित भारत (भारत-पाक विभाजन से पहले) का हिस्सा रहे इस ऐतिहासिक मंदिर में हनुमानजी के दर्शन के लिए सुबह से शाम तक पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू भक्‍तों की भीड़ लगी रहती है।


11 मुट्ठी मिट्टी हटाने पर प्रकट हुई हनुमान प्रतिमा
माना जाता है कि जिस जगह पर यह मंदिर है, वहां से 11 मुट्ठी मिट्टी हटाने पर यह पंचमुखी हनुमान मूर्ति प्रकट हुई थी। इस मंदिर का और अंक 11 का गहरा संबंध है। इस मंदिर में भगवान हनुमान की 11 परिक्रमा लगाने पर भक्तों की सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं और उनकी सारी इच्छाएं पूरी होती है।


1882 में किया गया था मंदिर का पुनर्निर्माण
मान्यताओं के अनुसार, यह मंदिर कई लाख वर्ष पुराना है, लेकिन आज का जो मंदिर है उसका इतिहास 18वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है। इस मंदिर का वर्ष 1882 में पुनर्निर्माण किया गया था।
 


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