जन्मदिन पर अवश्य करें ये काम, होगी दीर्घायु

punjabkesari.in Saturday, Feb 25, 2017 - 12:22 PM (IST)

भारतीय संस्कृति में जन्मदिन को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। जिसके कारण इसे उत्सव के रुप में मनाया जाता है। ज्योतिषशास्त्र में जन्मदिन का बहुत महत्व है। जन्मदिन से संबंधित बहुत सारी बातें हैं जिन्हें करना चाहिए। जिन्हें करने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है अौर दीर्घायु होती है। जानिए, जन्मदिन के दिन कौन से कार्य करने चाहिए।

 

सुबह 4 से 6 बजे के मध्य ब्रह्म मुहूर्त होता है। जन्मदिन वाले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए। इससे दीर्घायु होती है। मन में श्री गणेश का ध्यान करते हुए आंखें खोले। इस दिन तिल के उबटन से स्नान करना चाहिए। उसके बाद भगवान गणेश की गंध, पुष्प, अक्षत, धूप, दीप से पूजा करें। उन्हें लड्डू व दूर्वा अर्पित करें। 

 

जन्मदिन के दिन दीपक व मोमबत्ती को बुझाना नहीं चाहिए। हिंदू मान्यता के अनुसार शुभ कार्यों में प्रज्वलित दीपक को बुझाने से व्यक्ति नरक की यातनाएं भोगता है। जन्मदिन के दिन जितने वर्ष की उम्र होती है उतने ही दीपक किसी मंदिर में दान करने शुभ होते हैं। 

 

जन्मदिन पर अष्टचिरंजीवी की पूजा अौर स्मरण करना चाहिए। अश्वथामा, दैत्यराज बलि, वेद व्यास, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य, परशुराम और मार्कण्डेय ऋषि ये आठ चिरंजीवी हैं जिन्हें अमरत्व प्राप्त है। अष्टचिरंजीवी को प्रणाम करें। जितनी बार हो सके इस मंत्र का जाप करें।

 

अश्वत्थामा बलिव्र्यासो हनूमांश्च विभीषणः।
कृपः परशुरामश्च सप्तएतै चिरजीविनः।।
सप्तैतान् संस्मरेन्नित्यं मार्कण्डेयमथाष्टमम्।
जीवेद्वर्षशतं सोपि सर्वव्याधिविवर्जित।।

अर्थात: अश्वथामा, दैत्यराज बलि, वेद व्यास, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य, परशुराम और मार्कण्डेय ऋषि को प्रणाम है। प्रतिदिन सुबह इन नामों के स्मरण से सारी बीमारियां दूर होती हैं अौर व्यक्ति को दीर्घायु की प्राप्ति होती है। 

 

इस दिन कुलदेवता का भी पूजन करना चाहिए। कुलदेवता का पूजन करते समय  ऊँ कुलदेवताभ्यौ नमः मंत्र का उच्चारण करें। उन्हें तिल, गुड़ के लड्डू व दूध अर्पित करें। कुल देवता से दीर्घायु के लिए प्रार्थना करें। उसके बाद तिल-गुड़ के लड्डू और दूध का सेवन करें। 

 

जन्मदिन पर अपने माता-पिता, गुरुजनों व अपने बड़ों का आशर्वाद लें। बच्चों को उपहार में सिक्का व रुपया दें। इस दिन ब्राह्मण को भोजन करना चाहिए। इस दिन जन्मपत्री पर मोली बांधे अौर हर साल एक-एक गांठ बांधते जाएं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News