कामदेव के Birthday पर करें उपाय, Married Life को मिलेगा सुरक्षा कवच

punjabkesari.in Tuesday, Jan 31, 2017 - 03:45 PM (IST)

बसंत ऋतु को प्रेम की ऋतु माना जाता रहा है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन काम के देवता कामदेव का भी आविर्भाव हुआ था। बसंत ऋतु कामदेव की ऋतु है। यौवन इसमें अंगड़ाई लेता है। बसंत कामदेव का मित्र है, इसलिए कामदेव का धनुष फूलों का बना हुआ है। इस धनुष की कमान स्वरविहीन होती है। यानी कामदेव जब कमान से तीर छोड़ते हैं तो उसकी आवाज नहीं होती है। इसमें फूलों के बाणों से आहत हृदय प्रेम से सराबोर हो जाता है। दरअसल बसंत ऋतु एक भाव है जो प्रेम में समाहित हो जाता है। मौसम का सुहाना होना इस मौके को और रूमानी बना देता है। इसलिए इस माह को मधुमास भी कहा जाता है। बसंत पर प्रकृति काममय हो जाती है। इसीलिए रति-काम महोत्सव की यह अवधि कामो-दीपक होती है। मान्यता है की वसंत पंचमी के दिन कामदेव और उनकी पत्नि रति ने पहली बार मनुष्य के ह्रदय में प्रवेश करके उनका दिल अपने बस में कर लिया था। तभी से उनमें प्रेम और आकर्षण का संचार होने लगा।


दाम्पत्य जीवन की सुरक्षा के लिए
गृह क्लेश, घर में किसी भी तरह की अशांति होने या दाम्पत्य में कटुता से बचने के लिए ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’ मंत्र का नित्य 101 बार जाप करें। कामदेव यंत्र की पूजा के बाद सामने बैठ कर ॐ कामदेवाये विद्यहे, पुष्पबाणाय धीमहि, तन्नो काम: प्रचोदयात्’ मंत्र का जाप करें।


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