कर्म व धर्म के योगी महात्मा सत्यानंद मुंजाल की जन्म शताब्दी आज

punjabkesari.in Wednesday, May 24, 2017 - 08:08 AM (IST)

विश्व अग्रणी हीरो साइकिल के संस्थापक मुंजाल ब्रदर्स की अहम कड़ी महात्मा सत्यानंद मुंजाल की जन्म शताब्दी 24 मई को महात्मा सत्यानंद मुंजाल गुरुकुल, शास्त्री नगर में मनाई जा रही है। गत वर्ष 14 मई 2016 को महात्मा सत्यानंद मुंजाल अपना शारीरिक चोला छोड़ देवलोक में प्रस्थान कर गए थे। उनके जन्म शताब्दी समारोह का आरंभ दोपहर 3.30 बजे होगा जहां उनकी स्मृति में चैरीटेबल डायग्नोस्टिक लैब व मुंजाल परिवार के शिक्षा संस्थानों के सर्वश्रेष्ठ छात्रों को वार्षिक स्कॉलरशिप दी जाएगी।


स्व. मुंजाल चारों भाइयों में से दयानंद मुंजाल के छोटे भाई एवं बृजमोहन मुंजाल, ओ.पी. मुंजाल के बड़े भाई थे। समाज उन्हें आदर सहित महात्मा के नाम से संबोधित करता था। वह सत्य आनंद के पथ प्रदर्शक थे। महात्मा सत्यानंद जी मुंजाल एक प्रसिद्ध उद्योगपति थे। उन्होंने अपने भाइयों के सहयोग से साइकिल और मोटरसाइकिल के औद्योगिक क्षेत्र में विश्व स्तर पर प्रसिद्धी प्राप्त की और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया।


महात्मा जी का जन्म 24-5-1917 को कमालिया (पाकिस्तान) में पिता स्व. लाला बहादुर चंद मुंजाल एवं माता ठाकुर देवी के परिवार में हुआ। देश विभाजन के पश्चात् अमृतसर से लुधियाना और फिर दिल्ली चले गए। 1962 में लुधियाना आकर आर्य समाज माडल टाऊन में पहले मंत्री और फिर प्रधान के रूप में सेवा की। 


महर्षि दयानंद जी की विचारधारा व वैदिक धर्म में पूर्ण समर्पण को देखते हुए अखिल भारतीय संन्यासी मंडल ने वर्ष 2000 में समागम (दीनानगर मठ) में उन्हें महात्मा की उपाधि से अलंकृत किया। आज उनके शताब्दी जन्मोत्सव पर पंजाब केसरी परिवार भी इस दिवंगत आत्मा को नमन करता है। 


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