मंगलवार-शनिवार को क्यों किया जाता है ये काम, जानें 7 दिन कब क्या करें?

punjabkesari.in Thursday, May 04, 2017 - 01:19 PM (IST)

ज्यादातर घरों में अक्सर देखा गया है कि जब बच्चों को नजर लग जाती है तो उनकी नजर विशेष रूप से मंगलवार या शनिवार के दिन उतारी जाती है। ऐसा क्यों? मंगलवार और शनिवार को ‘चीढ़ा’ या ‘फंडा वार’ माना जाता है। तात्पर्य यह है कि प्रत्येक वार का अपना अलग महत्व है। सप्ताह के इन वारों का सीधा संबंध विभिन्न ग्रहों से है, इसलिए जिस ग्रह को शांत करना हो, उससे संबंधित उपाय विशेष वार को किए जाते हैं। प्रत्येक वार के अनुसार नीचे उपाय और टोटके दिए जा रहे हैं।


रविवार : यह वार अत्यधिक शुभ है। सभी तरह के शुभ कार्यों की शुरूआत की जा सकती है।
उपाय : सूर्य को उच्च करने के लिए गुड़ और चावल जल में प्रवाहित करें। इस दिन गुड़ से पके चावल और दूध मिलाकर खाएं।


सोमवार : सभी कार्यों के लिए यह वार उपयुक्त है। शादी, नामकरण, गृह-निर्माण, विद्याध्ययन के लिए स्कूल, कालेज आदि में प्रवेश के लिए यह वार शुभ है।
उपाय : कुंडली में चंद्रमा नीच का है तो सफेद वस्त्र पहनें एवं श्वेत चंदन का तिलक करें।


मंगलवार : यह कुछ मायनों में शुभ है तो कुछ में अशुभ। इस वार को मकान क्रय-विक्रय ठीक है परन्तु नए वस्त्र पहनना एवं सिलवाना उपयुक्त नहीं है।
उपाय : कुंडली में मंगल नीच का हो या मंगली हो तो वह व्यक्ति इस वार को मसूर की दाल एवं मंगल की वस्तुएं स्वयं के लिए उपयोग न करे एवं रेवडिय़ां पानी में बहाए।


बुधवार : इस दिन नए वस्त्र पहनने, गृह प्रवेश, पूर्व एवं पश्चिम की यात्रा में कोई व्यवधान नहीं।
उपाय : कुंडली में बुध नीच का हो तो साबुत मूंग न खाएं और हरे कपड़े न पहनें। घर के छत पर चौड़े पत्ते वाले पौधे, बांस के सामान, चक्की या चक्का के ऊपर का भाग नहीं रखें। मंगल की रात भिगोकर बुधवार को प्रात: मूंग जानवरों को खिलाएं।
जिस व्यक्ति का राहू नीच का हो वह नीले या काले-कपड़े इस दिन न पहने। जेब में हमेशा चांदी का चौकोर टुकड़ा डालकर रखें।


गुरुवार (बृहस्पतिवार) : इस वार को प्रारम्भ होने वाले कार्य सफल होते हैं। इस दिन की गई यात्रा सफलतादायक होती है।
उपाय : कुंडली में गुरु को उच्च बनाने के लिए ब्राह्मण को पीले वस्त्र दान करें। कढ़ी-चावल बांटें एवं स्वयं भी खाएं। जिस व्यक्ति का केतु नीच का हो वह केसर खाए। कानों में सोना डाले और पीले वस्त्र में बांधकर केले, गेहूं, गुड़ दान करें।


शुक्रवार : सभी प्रकार के कार्यों के लिए शुभ है। इस दिन सायंकाल में यात्रा करना शुभ होगा।
उपाय : कुंडली में नीच शुक्र वाला व्यक्ति गाय की सेवा करे। दही, लाल ज्वार मंदिर में चढ़ाए। सफेद रेशमी वस्त्रों का दान करे। आलू उबालकर पीले कर काली गाय को खिलाए।


शनिवार : इस वार को नए वस्त्र पहनना एवं सिलवाना उचित नहीं है। इस वार में नए कार्य आरम्भ न करें, न कोई यात्रा करें।
उपाय : कुंडली में शनि नीच का हो तो वह व्यक्ति शनिवार के दिन शराब, काले उड़द, मांस, अंडे आदि का उपयोग न करे। दान करे। शनिवार को काला कपड़ा दान करे तथा तेल के पकौड़े निकाल कर कौओं को खिलाए। राहू नीच का हो तो नीले या काले कपड़े इस दिन न पहनें। अपनी जेब में सदैव चांदी का चौकोर टुकड़ा रखे नारियल, बादाम को जल में प्रवाहित करे।


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