शिवलिंग स्थापित करने से पूर्व रखें इन बातों का ध्यान, वरना शुभ नहीं अशुभ फल की होगी प्राप्ति

punjabkesari.in Monday, Feb 12, 2018 - 12:54 PM (IST)

वास्तु के अनुसार देवी-देवताओं के चित्र लगाने से या इनकी प्रतिमाओं को घर आदि में स्थापित करने से कई तरह के शुभ फल प्राप्त होते हैं। इससे घर का वातावरण शुद्ध एवं पवित्र बना रहता है। किसी भी सदस्य का मन इधर-उधर नहीं भटकता और तनाव खत्म होता है। लेकिन इनसे संबंधित कुछ एेसे नियम बताए गए है, जिनका ध्यान रखने पर व्यक्ति के जीवन पर शुभ प्रभाव पड़ने लगते हैं। एेसे ही कुछ नियम शिवलिंग को लेकर बताए गए हैं। 


शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग बहुत संवेदनशील होता है और इसकी थोड़ी सी पूजा से ही शुभ फल मिलने लगते हैं। घर में शिवलिंग रखना हो तो कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। इन बातों का ध्यान रखने पर शिवजी की कृपा जल्दी प्राप्त की जा सकती है।

शिवलिंग स्थापित करने से पूर्व रखें इन बातों का ध्यान


घर में नर्मदा नदी से निकलने वाले पत्थर से बना शिवलिंग रखना ज्यादा शुभ रहता है। इसलिए घर में इस नदी से निकला शिवलिंग ही स्थापित करें।

घर में ज्यादा बड़े आकार का शिवलिंग नहीं रखना चाहिेए बल्कि छोटा शिवलिंग स्थापित करना चाहिए। शिवलिंग की लंबाई व्यक्ति के हाथ के अंगूठे के ऊपर वाले पोर से ज्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार चूंकि शिवलिंग से हर वक्त ऊर्जा का संचार हो रहा होता है इसलिए शिवलिंग पर जलधारा हमेशा रहनी चाहिए जो ऊर्जा को शांत रखे। कुछ लोग घर के शिवलिंग पर हर हफ्ते जल चढ़ाते है या रोजाना जल अर्पित करते है, जो की काफी नहीं होता है।

ज्यादा बड़ा शिवलिंग घर में नहीं रखना चाहिए। बड़ी आकृति वाले शिवलिंग केवल मंदिरों में ही ज्यादा शुभ फल प्रदान करते हैं।

शिवलिंग की रोज सुबह-शाम पूजा करनी चाहिए। यदि नियमित रूप से पूजा कर पाना संभव न हो तो घर में शिवलिंग नहीं रखना चाहिए।


शिवपुराण के अनुसार घर में एक से ज्यादा शिवलिंग नहीं रखने चाहिए।


घर के किसी बंद स्थान में शिवलिंग नही रखना चाहिए, इसे खुले में ही रखना चाहिए।


शिवलिंग की हमेशा पूरे विधि विधान के साथ पूजा करनी चाहिए अन्यथा इसको घर में रखने से कई तरह के नुक्सानों का सामना करना पड़ सकता है।

शिवलिंग पर कभी भी तुलसी, हल्दी और केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए।


शिवलिंग का स्थान बदलते समय उसके चरणों को स्पर्श करे तथा एक बर्तन में गंगाजल भरकर उसमें शिवलिंग को रखें। यदि शिवलिंग पत्थर का बना है तो उसका गंगाजल से अभिषेक भी करें।


यदि आप धातु से बना शिवलिंग रखते है तो ध्यान रखे की यह सोने, चांदी या तांबे से बना हो तथा इससे धातु का बना एक नाग लिपटा हो।


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Niyati Bhandari

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