इस Sunday कुत्ते को कराएं भोजन, जीवन में होगा शुभता का संचार

punjabkesari.in Saturday, Dec 09, 2017 - 11:58 AM (IST)

रविवार दि॰ 10.12.17 को पौष कृष्ण अष्टमी के उपलक्ष्य में कालाष्टमी पर्व मनाया जाएगा। इस दिन महादेव के रुद्रावतार भैरव की पूजा का विधान है। नारद पुराण के अनुसार कालाष्टमी के दिन भैरव व दुर्गा पूजन किया जाता है और इस दिन कुत्ते को भोजन करवाना शुभ माना जाता है। पौराणिक मतानुसार ब्रह्मा व विष्णु के बीच श्रेष्ठ होने का विवाद उत्पन्न हुआ। विवाद के समाधान हेतु देवता और मुनि महादेव के पास  पहुंचे। सभी देव व मुनि की सहमति से महादेव को श्रेष्ठ माना गया। परंतु ब्रह्मदेव इससे सहमत नहीं हुए। ब्रह्मदेव, महादेव का अपमान करने लगे। इस पर महादेव को क्रोध आ गया जिससे भैरव का जन्म हुआ। भैरव जी श्वान पर सवार थे, उनके हाथ में दंड था। इसी कारण वे 'दण्डाधिपति' कहे गये। भैरव का रूप अत्यंत भयंकर था। उनके रूप को देखकर भयभीत ब्रह्मदेव ने महादेव व भैरव की वंदना की। उसी दिन से कालाष्टमी का पर्व रुद्र अवतार भैरव की उत्तपत्ति के रूप में मनाया जाने लगा। इस दिन विधिवत व्रत, पूजन व उपाय से पारिवारिक समृद्धि आती है, स्वास्थ्य की रक्षा होती है व क्रूर ग्रहों के प्रभाव से छुटकारा मिलता है।


पूजन विधि: संध्या के समय भैरव का विधिवत पूजन करें। सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाएं, गुग्ल धूप करें, केसर का तिलक लगाएं, लाल फूल चढ़ाएं। मीठी रोटी का भोग लगाएं। किसी माला से इस विशेष मंत्र का यथासंभव जाप करें। जप पूरा होने के बाद 4 मीठी रोटी कुत्ते को डालें।


पूजन मुहूर्त: शाम 17:45 से शाम 18:45 तक।


पूजन मंत्र: ह्रीं भैरवाय नमः॥ 


उपाय
स्वास्थ्य की रक्षा हेतु भैरव पर जायफल अर्पित करें।


पारिवारिक समृद्धि हेतु भैरव पर अर्पित मौली घर के मेन गेट पर बांधे।


क्रूर ग्रहों के प्रभाव से छुटकारे हेतु भैरव पर अर्पित 4 इमरती कुत्तों को खिलाएं।


आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News