कहीं भटकने की जरूरत नहीं क्योंकि यह है सफलता का मंत्र

punjabkesari.in Wednesday, Jun 14, 2017 - 02:31 PM (IST)

प्राचीन काल में उत्तरी चीन में एक बुजुर्ग रहता था जो उत्तरी पहाड़ी का महामूर्ख कहलाता था। उसके घर के सामने 2 बड़े पहाड़ थे। आने-जाने में बड़ी ही परेशानी होती थी तो उस वृद्ध व्यक्ति ने अपने दोनों बेटों के साथ पहाड़ को काटना आरंभ कर दिया। उनके इस काम को देखकर वहां रहने वाले सभी लोगों ने उनका मजाक उड़ाया। बुजुर्ग कहता, ‘‘मेरे मरने के बाद मेरे बेटे पहाड़ काटने का सिलसिला जारी रखेंगे। हालांकि ये पहाड़ बहुत ऊंचे हैं लेकिन हमारे इरादों और हौसलों से अधिक ऊंचे नहीं हो सकते। हम जितना इन्हें खोदते जाएंगे ये उतने ही छोटे होते जाएंगे।’’


वहां मौजूद सभी लोग यह सुनकर हैरान हो गए। जिस वृद्ध को वे लोग महामूर्ख समझ रहे थे वह उन्हें सफलता का मंत्र बता रहा था। यह बात वह बुजुर्ग जानता था। अंत में उसकी पीढिय़ों ने इसी मंत्र पर काम किया और अंत में उन पहाड़ों को अलग कर समतल सड़क बनाई। यह कथा चीन की नीति कथा है जो यहां अमूमन सुनी जा सकती है। दृढ़ संकल्प, मेहनत, ईमानदारी और लगन के साथ-साथ सकारात्मक सोच के जरिए ही सफलता अर्जित की जा सकती है।


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